बलात्कार की सजा 30 साल कैद हो : पिता

बलात्कार की सजा 30 साल कैद हो : पिता

बलात्कार की सजा 30 साल कैद हो : पिताबलिया : दिल्ली सामूहिक बलात्कार कांड की शिकार हुई लड़की के पिता ने किसी भी अभियुक्त को सरकारी गवाह बनाये जाने का विरोध करते हुए कहा है कि बलात्कार के आरोप में पकडे जाने वाले 14 साल के लडकों को भी वयस्क माना जाना चाहिये और बलात्कार की सजा को सात साल की कैद से बढाकर 30 साल कर दिया जाना चाहिये।

लडकी के पिता ने कहा कि बलात्कार के मामलों में 14 साल के आरोपी को भी वयस्क माना जाना चाहिये, क्योंकि दुराचार के ज्यादातर मामलों में 14 वर्ष के लड़के भी शामिल पाये जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि बलात्कार किसी लड़की की नैतिक रूप से हत्या करने जैसा अपराध है लिहाजा इसकी सजा को सात साल से बढ़ाकर 30 वर्ष किया जाना चाहिये।

उन्होंने अपनी बेटी के साथ हुई दरिंदगी के दो आरोपियों को सरकारी गवाह बनाने की बात पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अभियुक्त फांसी की सजा से बचने के लिये यह हथकंडा अपना रहे हैं।

उन्होंने ने कहा कि उनकी बेटी के गुनहगार खुद को मौत की सजा से बचाने के लिये सरकारी गवाह बनने की पेशकश कर रहे हैं। साथ ही वे जनता की सहानुभूति हासिल करने के वास्ते कह रहे हैं कि वे आत्महत्या कर लेंगे।


लडकी के दादा और चाचा का कहना है कि मामले के अभियुक्तों को किसी भी हालत में सरकारी गवाह नहीं बनाया जाना चाहिये, क्योंकि उन्होंने इतना बर्बर कांड अंजाम दिया है कि उन्हें किसी भी तरह की राहत नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि इस मामले में इतने गवाह हैं कि किसी अभियुक्त को साक्षी बनाने की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि दिल्ली बलात्कार कांड के दो अभियुक्तों ने सरकारी गवाह बनने की पेशकश की है।

लडकी के परिजन ने विदेश के अखबारों में पीड़ित लड़की और पिता का गलत नाम छापे जाने का विरोध करते हुए कहा कि उन्हें नाम उजागर होने पर आपत्ति नहीं है लेकिन जरूरी यह है कि दुनिया सही नाम जाने।

ब्रिटेन के दो अखबारों ने कल लडकी और उसके पिता का गलत नाम प्रकाशित किया है। लडकी के पिता ने इस संदर्भ में कहा कि नाम सार्वजनिक किये जाने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन वह चाहते हैं कि दुनिया सही नाम जाने। (एजेंसी)







First Published: Monday, January 7, 2013, 15:50

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