Last Updated: Wednesday, March 14, 2012, 06:13
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद पर विजय बहुगुणा को नियुक्त किए जाने के फैसले से पार्टी में किसी तरह की बगावत से कांग्रेस ने इनकार किया है और कहा है कि राज्य में सरकार सामान्य रूप से काम करेगी। कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने मामूली मुद्दों के होने की बात स्वीकारते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के शपथ-ग्रहण समारोह में सभी विधायकों का मौजूद होना जरूरी नहीं है।
उधर, कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि मुझे पार्टी (कांग्रेस) के फैसले पर पूरा भरोसा है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के फैसले के संबंध में यदि पहले बताया गया होता तो बेहतर होता। उन्होंने बगावत के बाद पहली बार सामने आकर कोई बयान दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि वे संसद नहीं जाएंगे। सूत्रों के अनुसार, रावत खेमे के विधायकों को एक जगह रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच, उनके समर्थकों ने भी दावा किया है कि हरीश रावत संसद नहीं जाएंगे।
अल्वी ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा कि जैसा मीडिया की ओर से बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जा रहा है वैसी कोई भी बगावत नहीं है और न ही किसी तरह की बड़ी समस्या है। मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि पार्टी में सभी चीजें सामान्य हैं। विजय बहुगुणा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हैं और उनकी सरकार सामान्य तरीके से काम करेगी । अल्वी ने कहा कि पार्टी में किसी तरह के मतभेद नहीं हैं और यह पार्टी का अंदरूनी मामला है। मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सभी विधायकों का होना जरूरी नहीं है।
केंद्रीय मंत्री हरीश रावत ने आज इस बात का संकेत देते हुए अपने समर्थकों से सलाह मशविरा किया कि उत्तराखंड कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद खत्म नहीं हुआ है । इसके साथ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे । उन्होंने यहां अपने आवास पर पत्रकारों से कहा कि मैं हमेशा पार्टी के प्रति वफादार रहा हूं । मैं पार्टी में न्याय में विश्वास करता हूं । मैं 40 साल से पार्टी में हूं और मैं कभी बाहर नहीं गया। रावत ने कहा कि मैं संतुष्ट हो गया होता यदि उन्होंने (कांग्रेस आलाकमान) मुझे यह बता दिया होता कि (मुख्यमंत्री के लिए) मेरे नाम पर विचार नहीं किया जा रहा।
रावत के करीबी सूत्रों ने बताया कि उनका समर्थन करने वाले विधायकों की संख्या अब 16 से बढ़कर 19 हो गई है तथा अन्य विधायकों के भी उनके खेमे में आने की संभावना है । 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को जहां 32 सीटें मिली थीं , वहीं भारतीय जनता पार्टी के खाते में 31 सीटें गई थीं। उनके (रावत) निवास पर अन्य समर्थकों को समायोजित करने के प्रबंध किए जा रहे हैं जो उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों से आ रहे हैं ।
सूत्रों ने बताया कि रावत के साथ आज उनका समर्थन करने वाले कांग्रेस के काफी विधायक हैं और वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं।
First Published: Wednesday, March 14, 2012, 18:16