Last Updated: Tuesday, May 22, 2012, 09:02
नई दिल्ली: देश में बाघों की संख्या में कमी आने से इंकार करते हुए सरकार ने आज कहा कि देशव्यापी स्तर पर बाघों की स्थिति के आकलन के दूसरे चरण से पता चला है कि बाघों की अनुमानित संख्या बढ़ कर 1706 हो गई है।
पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री जयंती नटराजन ने राज्यसभा को बताया कि देशव्यापी बाघ स्थिति आकलन का दूसरा चरण 2010 में पूरा हुआ है। वर्ष 2006 के देशव्यापी आकलन के अनुसार बाघों की अनुमानित संख्या 1411 थी।
उन्होंने जनार्दन वाघमरे और एनके सिंह के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सितंबर 2011 में भारत और बांग्लादेश के बीच सुंदरबन के रॉयल बंगाल टाइगर के संरक्षण के लिए प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
जयंती ने रामचंद्र खूंटिया के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सिमलीपाल बाघ रिजर्व में विशेष बाघ सुरक्षा बल का गठन करने, शस्त्र मुहैया कराने और इसकी तैनाती के लिए ओडिशा को वर्ष 2010-11 और 2011-12 के दौरान क्रमश: 30 लाख रूपये और 240 लाख रूपये की केंद्रीय सहायता मुहैया कराई गई है।
जयंती ने जी सुधारानी और पलवई गोवर्धन रेड्डी के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि आंध्रप्रदेश सरकार ने अप्रैल 2012 को कवल बाघ रिजर्व अधिसूचित किया जो देश का 41वां बाघ रिजर्व है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 22, 2012, 14:35