Last Updated: Tuesday, September 3, 2013, 10:51

हरिद्वार : योगगुरु रामदेव ने कहा कि संतों और धर्मगुरुओं को महिलाओं तथा उनकी मां-बेटियों और सास जैसी पारिवारिक सदस्यों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
रामदेव ने कहा कि धर्म ग्रंथों में संतों के लिए आदर्श व्यवहार का एक सिद्धांत यह है कि उन्हें महिलाओं तथा उनकी मां-बेटियों और सास जैसी पारिवारिक सदस्यों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। उनकी यह टिप्पणी हाल में नाबालिग लड़की के यौन शोषण मामले में स्वयंभू संत आसाराम की गिरफ्तारी के संदर्भ में आई है।
योगगुरु ने किसी नाम लिए बिना कहा कि जिस किसी धर्मगुरु ने गरिमामय व्यवहार के सिद्धांत का उल्लंघन किया है, उसे निश्चित तौर पर संकट का सामना करना पड़ा है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 3, 2013, 09:33