Last Updated: Saturday, April 21, 2012, 09:18
नई दिल्ली: भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में हाथ मिलाने के एक महीने के भीतर ही टीम अन्ना योग गुरू रामदेव के साथ रिश्तों को लेकर असहज नजर आ रही है। भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों की घोषणा से पहले अन्ना हजारे को विश्वास में नहीं लेने पर नाराजगी देखी जा रही है।
हजारे ने रामदेव के साथ गुड़गांव में शुक्रवार को मुलाकात की थी जिसके बाद एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया पर टीम अन्ना का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी।
संवाददाता सम्मेलन में हजारे और रामदेव ने एक मई से सिलसिलेवार आंदोलन चलाने की घोषणा की थी। सूत्रों का कहना है कि हजारे को बिना विश्वास में लेकर रामदेव द्वारा बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन के लिए टीम अन्ना ने नाखुशी जाहिर की।
हजारे कैंप में भी एक धड़े ने योग गुरु के पतंजलि योगपीठ और उनके निकट सहयोगी पर लगे आरोपों के चलते विश्वसनीयता संकट के कारण भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में रामदेव के शामिल होने के बारे में शंका जाहिर की है। टीम अन्ना के सूत्रों के मुताबिक आंदोलन की घोषणा से उन्हें कोई परेशानी नहीं है।
टीम अन्ना के एक सदस्य ने कहा, ‘यदि अन्ना ने आंदोलन का फैसला किया होता तो इसपर किसी को भी एतराज नहीं होता। लेकिन यहां पर मुद्दा यह है कि रामदेव ने मनमाने तरीके से इसकी घोषणा की और टीम अन्ना को इसके लिए विश्वास में नहीं लिया।’
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने मुद्दों पर बातचीत के लिए बैठक करने की मांग की थी, लेकिन बैठक के बाद उन्हें मीडिया को संबोधित करने के लिए मजबूर किया गया। हमें इस बात पर गंभीर आपत्ति है।’ रामदेव के प्रवक्ता एस के तिजारीवाला प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हो सके।
बहरहाल, टीम अन्ना कोर कमेटी रविवार को नोएडा में आगामी कदमों के बारे में बैठक करेगी। बैठक में रामदेव के मुद्दे पर बातचीत होने की भी संभावना है और इसमें हजारे और अन्य चर्चित सदस्य हिस्सा लेंगे।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, April 21, 2012, 19:04