बिना गोपनीयता के देनी चाहिए थी फांसी: IAC

बिना गोपनीयता के देनी चाहिए थी फांसी: IAC

नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आईएसी ने बुधवार को कहा कि अजमल कसाब को फांसी बिना गोपनीयता के दी जानी चाहिए थी क्योंकि इससे दुनिया के सामने एक मजबूत संदेश जाता और आतंकवादियों को एक साफ चेतावनी मिलती। साथ ही आईएसी ने अफजल गुरू की मौत की सजा पर जल्द फैसला लिए जाने की भी मांग की।

इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने एक बयान जारी कर कहा कि वह कसाब को फांसी दिए जाने का स्वागत करता है क्योंकि इससे 26/11 हमलों के पीड़ितों के परिवारों को राहत मिलेगी और उन अनगिनत लोगों में एक उम्मीद जगेगी जो अभी भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं।

‘आतंकवाद के जवाब में भारत सरकार को अपना रुख साफ करना होगा ताकि दुनिया के सामने यह स्पष्ट संदेश जाए कि हम आतंकवाद को हल्के में नहीं लेंगे। हमें लगता है कि सरकार को फांसी की बात गोपनीय नहीं रखनी चाहिए थी। एक पारदर्शी नीति से हम दुनिया को एक मजूबत संदेश और आतंकवादियों को एक साफ चेतावनी दे सकते थे और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे नागरिकों को यह भरोसा मिलता कि सरकार उन्हें न्याय दिलाने में सक्षम है।’

आईएसी ने कहा,‘हम कसाब को फांसी देने का स्वागत करते हैं। क्योंकि इस बात से हर भारतीय को दुख पहुंचता था कि कसाब हमारे अपने पैसों पर जिंदा था और साथ ही पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय नहीं मिला था। यह जरूरी है कि सरकार अपनी कोशिशें और तेज करे और उन सभी आतंकवादियों को सजा दिलाए जिन्होंने हमारी जमीन पर हमला करने की योजना बनायी और यह नृशंस हमले किए।’

आईएसी ने साथ ही कहा,‘हम सरकार से आतंकी गतिविधियों में शामिल अफजल गुरु जैसे सभी आरोपियों के मामलों में भी इतनी ही तेजी दिखाने की मांग करते हैं।’ (एजेंसी)

First Published: Thursday, November 22, 2012, 00:06

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