बिना जांच के आरोप लगाना सही नहीं: जसवंत

बिना जांच के आरोप लगाना सही नहीं: जसवंत

बिना जांच के आरोप लगाना सही नहीं: जसवंतनई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह ने राजग शासन के दौरान 2003 में हेलिकाप्टर खरीद के मानदंडों में बदलाव किए जाने के फैसले को सही बताते हुए दावा किया कि ऐसा विशुद्ध रूप से व्यावसायिक कारणों से किया गया था जिससे कि इसे सौदे को प्रतिस्पर्धात्मक बनाया जा सके।

राजग सरकार में रक्षा मंत्री रह चुके सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि यह सही है कि उस समय तकनीकी मानदंड में बदलाव किया गया था। लेकिन इसे लेकर हो रहे हो हल्ले की कोई वजह नहीं है क्योंकि ऐसा अच्छे कारणों के लिए किया गया था।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में मूल प्रस्ताव आया और वायु सेना ने कहा कि अति विशिष्ट व्यक्तियों की आवाजाही के लिए खरीदे जाने वाले इन हेलिकाप्टरों की 18000 फुट उंचे तक उड़ सकने की क्षमता होनी चाहिए। लेकिन जब यह प्रस्ताव सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति में आया तो तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ब्रजेश मिश्र ने सही सुझाव दिया कि एकल विक्रेता प्रस्ताव उचित नहीं रहेगा। उस समय केवल एक ही कंपनी 18000 फुट तक की उंचाई तक उड़ने वाले हेलिकाप्टर बनाती थी।

सिंह ने कहा कि मिश्र ने कि ऐसा करके कुछ गलत नहीं किया था। पूर्व वायु सेना प्रमुख एस पी त्यागी पर लगाए जा रहे आरोपों पर जसवंत सिंह ने कहा कि पूर्व वायु सेना प्रमुख पर अनर्गल आरोप नहीं लगाने चाहिए। यह वायु सेना और देश दोनों के हित में नहीं है। जांच चल रही है।

त्यागी खुद कह रहे हैं कि जांच जल्द से जल्द होनी चाहिए। आप उनके सुझाव को क्यों नहीं मान रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, मुझे दुख इस बात का है कि इस तथ्य को भुलाया जा रहा है कि इस मामले में दोषी इतालवी कंपनी है। हमें सचाई को जानना चाहिए और उसके बाद एक दूसरे पर आरोप लगाने चाहिए। (एजेंसी)

First Published: Thursday, February 14, 2013, 16:47

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