Last Updated: Sunday, June 16, 2013, 11:11
ज़ी मीडिया ब्यूरोपटना : बिहार में सत्तारुढ़ भाजपा-जेडीयू गठबंधन टूटने की कगार पर पहुंच गया है। राज्य के भाजपा नेताओं ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने से इनकार कर दिया। इस बीच भाजपा उपाध्यक्ष सीपी ठाकुर ने कहा कि हमें जेडीयू के फैसले का इंतजार है। इसके बाद बिहार सरकार में भाजपा कोटे के मंत्री उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को अपने इस्तीफे सौंप देंगे। मोदी समेत भाजपा कोटे के मंत्रियों ने पिछले दो दिनों से सरकारी कामकाज बंद कर दिया है और कार्यालय तक नहीं जा रहे हैं।
बिहार में राजग संयोजक नंद किशोर यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बुलावे पर बैठक में नहीं जाने के बारे में कहा कि नरेंद्र मोदी और गठबंधन के विषय में बातचीत के लिए उन्हें बुलाया गया था लेकिन दोनों ही मुद्दों पर निर्णय उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर का है और इसपर पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व ही निर्णय ले सकता है। इसलिए दोनों नेताओं ने बैठक में नहीं जाने का फैसला लिया। यादव ने कहा कि गेंद अब जेडीयू के पाले में है और गठबंधन के संदर्भ में नीतीश कुमार को ही कोई निर्णय लेना है।
उधर, बिहार के पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नीतीश कुमार नरेन्द्र मोदी प्रकरण के निहितार्थ को समझने का दावा तो कर रहे हैं लेकिन राजग को चुनकर साथ सौंपने के पीछे जनता के निहितार्थ को वह समझ नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने लालू, राबड़ी, राजद के 15 साल के कुशासन से मुक्ति के लिए राजग को चुना था। एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार खुलकर बताएं कि गठबंधन रहेगा तो भाजपा कोटे के मंत्री कामकाज करना शुरू कर देंगे।
First Published: Sunday, June 16, 2013, 09:01