Last Updated: Thursday, June 13, 2013, 21:35

नई दिल्ली : राजग में भाजपा और जदयू के बीच बढ़ती दरार के बीच कांग्रेस ने गुरुवार को नीतीश कुमार के राजग से अलग होने और उनके कांग्रेस के साथ गठबंधन करने को ‘काल्पनिक’ करार दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी अभी राजग गठबंधन में शामिल है और वह जब तक भाजपा के साथ हैं उनसे कोई नीतिगत समझौता नहीं हो सकता। यह पूछे जाने पर कि अगर नीतीश कुमार राजग से अलग होते हैं तो क्या कांग्रेस उनके साथ गठबंधन करेगी, उन्होंने कहा कि यह काल्पनिक सवाल है। आज की तारीख में बिहार में हमारी मानसिकता अकेले चलने की है। भविष्य में क्या होगा कोई नहीं जानता।
उन्होंने भाजपा और जदयू के बीच चल रहे खींचतान को बहुत महत्व नहीं देने का प्रयास करते हुए कहा कि यह राजग का अंदरुनी मामला है। दो तीन साल से बाते सुन रहे हैं। उन्होंने हिंदी गाने के जरिये इन दोनों दलों के संबंधों को बयान करने का प्रयास करते हुए कहा कि कोई कहता है मायके चली जाउंगी तुम देखते रहियो। फिर कोई कहता है साथ जियेंगे साथ मरेंगे। इस पर बाहरी का बोलना उचित नहीं होगा।
अहमद ने कहा कि हमने बार बार यह कहा है कि हम आडवाणी और नरेन्द्र मोदी को एक ही पलड़े में एक ही मानसिकता और एक ही नीति का फौलोवर मानते हैं। हम इस बात से सहमत नहीं कि आडवाणी की घर्मनिरपेक्ष नीति है। आडवाणी ने 1985 86 के बाद सांप्रदायिक राजनीति का जो जहर बोया है मोदी उसी की फसल हैं।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सांप्रदायिकता नाम की बीमारी का सिर्फ लक्षण हैं और लक्षण का इलाज नहीं इन्फेक्शन का जड़ से इलाज जरूरी है। नीतीश कुमार सांप्रदायिकता के लक्षण का तो इलाज करना चाहते हैं लेकिन उसके मूल कारणों का इलाज नहीं करना चाहते। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 13, 2013, 21:35