Last Updated: Thursday, October 4, 2012, 22:09
नई दिल्ली : बीमा और पेंशन क्षेत्रों में सुधार की सरकारी घोषणाओं के आलोक में भाजपा ने आज कहा कि वह इन क्षेत्रों में और एफडीआई का विरोध तो नहीं करती है लेकिन लोगों के हितों की रक्षा के लिए खास शर्तें लगाई जानी चाहिए। हालांकि भाजपा ने संसद पर इन कदमों का समर्थन किए जाने के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि वह पहले सुधारों का मूल रूप देखना चाहेगी।
बीमा क्षेत्र में एफडीआई के मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता प्रकाश झावड़ेकर ने कहा कि यशवंत सिन्हा की अध्यक्षता वाली वित्तीय मामलों की स्थाई संसदीय समिति ने 26 फीसदी एफडीआई की सिफारिश की थी। उन्होंने कहा, ‘दस साल पहले बीमा क्षेत्र में 49 फीसदी एफडीआई का प्रस्ताव देने वाले सिन्हा पहले व्यक्ति थे। उस वक्त कांग्रेस ने इसका विरोध किया था और हम आमराय चाहते थे इसलिए 26 फीसदी पर सहमत हुए।’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ वित्त मामलों की स्थाई समिति में संप्रग के 16 सदस्य हैं और सर्वसम्मति से उन्होंने कहा कि इसे 26 फीसदी होनी चाहिए।’ उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने इस मुद्दे पर ‘अनिश्चित तरीके’ से पेश आई है। भाजपा के रूख को साफ करते हुए उन्होंने कहा, ‘बीमा और पेंशन क्षेत्र में एफडीआई के हम विरोधी नहीं है क्योंकि हमने इसे बनाया था।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 4, 2012, 22:09