सपा ने मांगी बेनी की बर्खास्तगी, संसद रही बाधित

बेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर सपा का संसद में हंगामा

बेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर सपा का संसद में हंगामानई दिल्ली : केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा की `मुलायम सिंह यादव की आतंकवादियों से संबंध होने` की कथित टिप्पणी के विरोध में उनकी बर्खास्तगी की मांग करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने सोमवार को दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया तथा सदनों की कार्यवाही बाधित की। वर्मा की पार्टी कांग्रेस ने भी उनकी टिप्पणी पर अपनी अप्रसन्नता व्यक्त की। इस मुद्दे पर दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई, जिसके कारण लोकसभा अपराह्न् दो बजे तक और उसके बाद अपराह्न् तीन बजे तक स्थगित कर दी गई।

लोकसभा में इस मुद्दे को सबसे पहले सपा सांसद शैलेंद्र कुमार ने शून्यकाल के दौरान उठाया। सपा सदस्य सदन के बीचोबीच आ गए और वर्मा द्वारा माफी मांगे जाने और उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग करने लगे। वर्मा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है और इसलिए माफी मांगने का प्रश्न नहीं उठता। उन्होंने कहा, इस बात का क्या प्रमाण है कि मैंने इस तरह की बात कही थी? मैंने किसी धर्म से आतंकवाद को नहीं जोड़ा। सपा सदस्य फिर भी अड़े रहे, क्योंकि मुलायम स्वयं बोलने के लिए उठे और उन्होंने वर्मा पर आक्षेप किया।

मुलायम सिंह ने कहा कि वर्मा की टिप्पणी एक मुस्लिम सम्मेलन के बाद आई है, जिसे मुलायम ने लखनऊ में संबोधित किया था। वहां कई मुस्लिम धार्मिक नेताओं ने देश सेवा में मुस्लिम समुदाय द्वारा दिए गए योगदान के बारे में बोला था। सपा अध्यक्ष ने कहा कि वह अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे। मुलायम ने कहा, हम भला देश के विकास में उनके योगदान तथा सीमाओं की रक्षा करने में उनके सहयोग को कैसे भुला सकते हैं? वह भला यह कैसे कह सकते हैं कि मुस्लिम आतंकवादी होते हैं? उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।

सपा सदस्यों के हंगामे के बीच वर्मा ने कहा, मेरे लिए आतंकवाद का कोई धर्म, कोई रंग नहीं है। बाबरी मस्जिद ढहाया जाना और गोधरा कांड के बाद हुए दंगे भी आतंकवादी घटनाएं हैं। वर्मा ने आगे कहा, लेकिन उन्होंने (मुलायम) कल्याण सिंह जैसे लोगों से हाथ मिलाया, जिन्होंने बाबरी मस्जिद ढहाई। उनकी पार्टी ने भाजपा गुजरात में जीत में भी मदद की। भारी शोर-शराबे के कारण लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही अपराह्न् दो बजे तक स्थगित कर दी। लेकिन दो बजे बैठक शुरू होने पर भी सपा सदस्य शांत नहीं हुए।

राज्यसभा में यह मुद्दा भोजनावकाश के बाद दो बजे उठाया गया। राज्यसभा में आम बजट पर बहस होने वाली थी। लेकिन सपा सदस्यों ने वर्मा के बयान पर कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांगा। सपा सदस्य नरेश अग्रवाल ने कहा, कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि बयान बेनी प्रसाद वर्मा की अपनी टिप्पणी थी और पार्टी इससे खुद को अलग करती है।

हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारी, ई.एम.एस. नचियप्पन ने राज्यसभा अपराह्न् तीन बजे तक स्थगित कर दी। तीन बजे बैठक शुरू होने के बाद भी हंगामा नहीं रुका और कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। वर्मा ने उत्तर प्रदेश के अपने संसदीय क्षेत्र गोंडा में एक रैली के दौरान अपने बयान में सपा अध्यक्ष पर आतंकवादियों से संबंध होने के आरोप लगाए थे।

सपा के पूर्व नेता रह चुके वर्मा ने कहा था, वह गुंडा और डाकू हैं। वह अपने राज्य की हिफाजत कैसे कर सकते हैं? उनका आतंकवादियों से संबंध है। इस बीच कांग्रेस वर्मा के कथित बयान से हुई क्षति की भरपाई करती नजर आई। कांग्रेस के महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा, पार्टी इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है, बात भाषा की मर्यादा का है। सभी लोगों को यह बात याद रखनी चाहिए। (एजेंसी)

First Published: Monday, March 18, 2013, 22:11

comments powered by Disqus