Last Updated: Saturday, July 6, 2013, 15:37

लखनऊ : वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने आज यहां आरोप लगाया कि सपा और भाजपा दोनों ही ना केवल सियासी तौर पर मिले हुए हैं बल्कि बाबरी ढांचा विध्वंस में भी दोनों की साजिश से हुआ था। यदि इस पर सपा मुखिया को आपत्ति है तो वह खुले मंच पर सवाल-जवाब के लिए तैयार हैं। समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापकों में से एक रहे इस्पात मंत्री वर्मा ने यहां अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि सपा और भाजपा वर्ष 1990 से सियासी तौर पर एक दूसरे से गलबहियां डाले हुए हैं ताकि हिन्दू और मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण हो सके और दोनों के राजनीतिक हित सधते रहें।
उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को मेरे इस बयान पर कोई नाइत्तेफाकी है तो हम इस बावत सार्वजनिक रूप से खुले मंच पर बहस करने को तैयार हैं। वे मेरे सवालों का जवाब दे दें तो मैं उनके सवालों को जवाब दे दूंगा पर अब देश की जनता और विशेष रूप से मुसलमानों को गुमराह करना और उनका हितैषी होने का दम भरना बन्द करें। वर्मा ने कहा कि भाजपा और सपा का पुराना अन्दरूनी गठबंधन है और भाजपा के वरिष्ठ नेता एल के आडवाणी को देश की सियासत में सच बोलने का प्रमाणपत्र मुलायम सिंह द्वारा दिया जाना, बाबरी ढांचा विध्वंस के आरोपी कल्याण सिंह को पार्टी में शामिल करना, साक्षी महाराज को सांसद बनाना, यह उनके बयान की सार्वजनिक पुष्टियां है अगर गलत है तो सपा मुखिया इसका जवाब दें। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 6, 2013, 15:37