Last Updated: Monday, April 1, 2013, 18:48
लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव और केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के बीच वाक्युद्ध में अब ऑल इंडिया बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी भी कूद पड़े हैं।
जिलानी ने सोमवार को अपने बयान में बेनी के उस बयान को गलत बताया है, जिसमें उन्होंने बाबरी मस्जिद को बचाने के नाम पर भी सपा मुखिया द्वारा अल्पसंख्यकों के साथ छल करने की बात कही थी। जिलानी ने मुलायम की तरफदारी करते हुए कहा कि 29 अक्टूबर 1990 को और उसके पहले व बाद में बाबरी मस्जिद को बचाने के लिए मुलायम सिंह द्वारा की गई कार्रवाइयों से मुस्लिम समुदाय भली भांति परिचित है, लिहाजा यह बात जिम्मेदारी के साथ कही जा सकती है कि अक्टूबर-नवंबर 1990 में और खासकर 31 अक्टूबर से 2 नवंबर 1990 तक मुलायम सिंह ने जितना समय केवल बाबरी मस्जिद की सुरक्षा संबंधी इंतजामात की निगरानी में गुजारा होगा, उतना समय सूबे के किसी दूसरे काम में उन्होंने शायद ही गुजरा होगा।
जिलानी ने कहा कि उस समय एक नेता ने हालात से घबराकर मुलायम सिंह से यहां तक कह दिया था कि मस्जिद हिंदुओं को दे दी जाए, लेकिन सपा मुखिया ने उनको जवाब दिया था कि उस समय बाबरी मस्जिद की सुरक्षा करना उनका संवैधानिक दायित्व है। जिलानी ने बेनी पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री को इस तरह का बेबुनियादी और झूठा बयान नहीं देना चाहिए। खासकर ऐसे मामले में जिसके जानकार अभी जिंदा हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 1, 2013, 18:48