बैंकों में आज और कल नहीं होगा कोई कामकाज

बैंकों में आज और कल नहीं होगा कोई कामकाज

बैंकों में आज और कल नहीं होगा कोई कामकाजज़ी न्यूज ब्यूरो

नई दिल्ली: देश के सभी बैंक आज और कल बैंक बंद हैं। हालांकि एटीएम खुले रहेंगे लेकिन बैंकों में कोई भी कामकाज नहीं होगा जिससे ग्राहकों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।

बैंकिंग उद्योग के प्रति सरकार की नीतियों के खिलाफ बैंक कर्मियों की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल से ज्यादातर सरकारी बैंकों में कामकाज ठप हो सकता है। इसमें सार्वजनिक क्षेत्र के 27 और निजी क्षेत्र के 12 पुराने बैंकों के तकरीबन 10 लाख कर्मचारी हिस्सा ले रहे हैं।

ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के सचिव विश्वास उटगी के मुताबिक सरकार और इंडियन बैंक एसोसिएशन के साथ वार्ता विफल रही है। आइबीए बैंकों का शीर्ष संगठन है। न तो सरकार और न ही आइबीए कर्मचारी संगठनों की सुन रहे हैं। ऐसे में हड़ताल के अलावा कोई चारा नहीं बचा है।

उटगी के अनुसार सरकार बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक 2011 के जरिए भारतीय बैंकों को कमजोर करने पर आमादा है। विधेयक पर संसद के चालू सत्र में चर्चा होने की संभावना है। इन संशोधन के जरिए बैंकों के विलय के अलावा बैंकों में निजी और विदेशी पूंजी निवेश की अनुमति देने की तैयारी है। इससे कंपनियों को नए बैंक शुरू करने की खुली छूट मिल जाएगी और धीरे-धीरे भारत के निजी बैंक विदेशी मल्टीनेशनल कंपनियों के कब्जे में चले जाएंगे। इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र बैंकों के निजीकरण का रास्ता भी खुल जाएगा।

नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स के महासचिव अश्विनी राणा के मुताबिक इन संशोधनों से भारत के छोटे बैंक, खासकर ग्रामीण बैंकों के बंद होने का खतरा है। जबकि निजी क्षेत्र की कांट्रैक्ट आधारित छोटी-छोटी बैंक शाखाएं खुल जाएंगी। इससे मौजूदा बैंक कर्मचारियों की नौकरी खतरे में पड़ेगी और उन्हें शोषण का शिकार होना पड़ेगा। यह यूनियनों की सामूहिक क्षमता को कमजोर करने की साजिश है।

बैंक कर्मचारियों की पांच यूनियनों तथा चार आफीसर्स यूनियनों की संयुक्त संस्था यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने भी हड़ताल का समर्थन किया है। यूएफबीयू ने खंडेलवाल समिति की सिफारिशें लागू करने की सरकार की कोशिशों का जोरदार विरोध किया है। देश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की तकरीबन 87 हजार शाखाएं हैं।

First Published: Wednesday, August 22, 2012, 09:06

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