Last Updated: Wednesday, April 25, 2012, 13:01
नई दिल्ली : बोफोर्स सौदे को लेकर ताजा आरोपों को खारिज करते हुए कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने बुधवार को कहा कि यह मामला बंद हो चुका है और इसे फिर से खोलने की जरूरत नहीं है। कानून मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खिलाफ वर्षों से अनर्गल आरोप लगाने वालों तथा उनकी छवि खराब करने और उनके परिवार को आहत करने वालों से सार्वजनिक माफी मांगने को कहा।
खुर्शीद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि व्यापक जांच हुई। उच्चतम एवं उच्च न्यायालय में कार्यवाही चली तथा फैसले में उस कार्यवाही को सही ठहराया गया। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुझे नहीं लगता कि हम ऐसे मुद्दों को बार बार फिर से खोल सकते हैं। हम नहीं चाहते कि फिर कोई नया अध्याय खुले। उच्चतम न्यायालय के अंतिम निर्णय को फिर से नहीं खोला जाना चाहिए। कानून मंत्री ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि हमारे देश के उच्चतम न्यायालय की कार्यवाही से परे कोई अन्य कार्यवाही शुरू की जाए।
उच्चतम न्यायालय का निर्णय अंतिम है तथा मामले को बंद कर दिया गया है। मुझे नहीं लगता कि हमें नेताओं की मौजूदा पीढ़ी के बाकी जीवन में कुछ कुछ महीनों के बाद इसे बार बार जारी रखना चाहिए। खुर्शीद ने विपक्ष खासकर भाजपा को पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ अनर्गल आरोप लगाने के लिए आड़े लेते हुए कहा कि उन्हें सार्वजनिक तौर माफी मांगनी चाहिए। कानून मंत्री ने कहा कि यह खेद का विषय है कि किसी सबूत के बिना, इस तरह के गंभीर आरोप लगाए गए (राजीव गांधी के खिलाफ)। वे ही लोग आज तक गलती नहीं मान रहे। उन्हें जनता के सामने जाकर माफी मांगनी चाहिए। मामले में अब सामने आये नये आरोपों की ताजा जांच कराये जाने की भाजपा की मांग पर खुर्शीद ने कहा कि हमें जांच शुरू करनी चाहिए। मुझे नहीं लगता कि यह उचित है।
भाजपा को उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालय का निर्णय पढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं उनकी इस चाल में नहीं फंसना चाहता कि ऐसे मुद्दे पर कोई संवाद, परिसंवाद, बहस या दलील शुरू करवायी जाए। माना जाता है कि इस मुद्दे को बंद और दफनाकर सही किया गया है। खुर्शीद ने कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा जिससे ‘हमारा देश सदमे में रहा था’ तथा उसने दिवंगत राजीव गांधी के परिवार के अलावा वफादार कांग्रेस जनों को भी आहत किया। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि राजीव गांधी के बारे में कुछ अच्छा सामने आया। उन्होंने सवाल किया कि राजीव गांधी के खिलाफ जो आरोप लगाये गये, उनके कारण जो पीड़ा और उदिग्नता हुई, उसकी भरपाई कौन करेगा।
कानून मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि सर्वोत्तम यही होगा कि इस मुद्दे को अब बंद कर दिया जाए। संस्थागत तौर पर यह बंद हो चुका है। मुझे लगता है कि हमारे देश में पुराने जख्मों को हरा करने के बजाय और भी बहुत कुछ करने को को है। मैं महसूस करता हूं कि जब उच्चतम न्यायालय ने किसी बात पर फैसला दे दिया है तो सड़कों पर उस मामले को फिर खोलना उचित नहीं होगा। उच्चतम न्यायालय का निर्णय आ चुका है। खुर्शीद स्वीडन के पूर्व पुलिस प्रमुख स्टेन लिंडस्टार्म द्वारा दिए गए साक्षात्कार से सामने आये तथ्यों के बारे में पूछे गये सवालों के के जवाब दे रहे थे। लिंडस्टार्म ने कहा कि उन्होंने इस मामले से जुड़े 350 पृष्ठ भारतीय पत्रकार को लीक किये थे।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 25, 2012, 18:31