Last Updated: Tuesday, February 14, 2012, 12:48
नई दिल्ली : इजरायली दूतावास की कार में सोमवार को हुए विस्फोट का सुराग हासिल करने की जांचकर्ताओं की कोशिशों के बीच केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने मंगलवार को कहा कि इस बात के कोई सुबूत नहीं हैं कि हमले में किसी बाहरी देश का हाथ है। यह पूछने पर कि क्या कल के आतंकी हमले में ईरान का हाथ है, सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हमारे पास किसी देश का नाम लेने के लिए सुबूत नहीं हैं। किसी देश का नाम लेना अभी जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं को अभी भी पता लगाना है कि अपराध के पीछे कौन लोग शामिल थे और अब तक मिले किसी भी साक्ष्य से ऐसा नहीं पता चलता कि कोई देश विशेष इस घटना में शामिल है।
सिंह ने कहा कि हमें नहीं मालूम कि विस्फोटक किसने लगाया। जांच कार्य पूरा होने पर ही हमले के साजिशकर्ताओं का पता लग पाएगा। इस बीच सरकारी सूत्रों ने कहा कि कल के आतंकी हमले के बारे में पहले से कोई खुफिया सूचना नहीं थी। विस्फोट करने के लिए जिस विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया, वह काफी आधुनिक है और भारत में इस तरह के विस्फोटक का पहली बार इस्तेमाल हुआ है। विस्फोट की जगह का निरीक्षण करने के बाद फोरेंसिक विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला कि बम में न तो किसी बैटरी और न ही किसी सर्किट का इस्तेमाल हुआ है, लेकिन घटनास्थल से एल्यूमिनियम के अवशेष मिले हैं।
विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि विस्फोट में आरडीएक्स का इस्तेमाल नहीं हुआ। उधर, गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को भेजी एडवाइजरी (परामर्श) में कहा कि वे यहूदी प्रतिष्ठानों और भारत आने वाले इस्राइली पर्यटकों की सुरक्षा कडी कर दें। केंद्र ने राज्यों से यह भी कहा है कि देश में इजरायल, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के मिशनों की सुरक्षा कडी की जाए। राज्यों से यह भी कहा गया है कि इन मिशनों के आसपास पार्किंग की अनुमति नहीं दी जाए और कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 14, 2012, 18:18