Last Updated: Friday, December 2, 2011, 14:28
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी जोधपुर : लापता नर्स भंवरी देवी प्रकरण में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को राजस्थान के पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और सत्तारूढ कांग्रेस के एक विधायक के भाई को गिरफ्तार किया। सीबीआई ने गिरफ्तारी से पहले तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि इस मामले में नाम उछलने के बाद 16 अक्टूबर को को अशोक गहलोत कैबिनेट से निष्कासित किए गए मदेरणा (59) और विधायक मलखान सिंह के भाई पारसराम बिश्नोई को पूछताछ के बाद आज शाम हिरासत में लिया गया।
इससे पूर्व सीबीआई ने यहां अदालत में इस मामले के तीन आरोपियों शहाबुददीन, बलदेव जाट और सोहन लाल के खिलाफ पहला आरोप पत्र दाखिल किया, जिसमें उन पर हत्या के इरादे से 36 वर्षीय नर्स भंवरी का अपहरण करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया। ये तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। न्यायाधीश जगदीश ज्ञानी के सामने अपने आरोप पत्र में सीबीआई ने आरोपियों पर हत्या के इरादे से नर्स का अपहरण करने (आईपीसी की धारा 364), आपराधिक साजिश (120 बी) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम की विभिन्न धाराएं लगाईं।
सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में मदेरणा और फरार संदिग्ध सहीराम का नाम भी शामिल किया है। सीबीआई अब तक एक सितंबर से लापता नर्स को खोज नहीं पाई है। जांच एजेंसी ने इस मामले में आरोप पत्र दाखिल किया क्योंकि तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आरोप पत्र दाखिल करने की 90 दिन की समयसीमा अगले सप्ताह खत्म होने वाली थी।
भंवरी के पति अमर चंद ने आरोप लगाया था कि मदेरणा के इशारे पर उसका अपहरण किया गया था। मदेरणा ने हालांकि इन आरोपों को खारिज किया था। जोधपुर के बिलारा क्षेत्र से भंवरी के लापता होने के बाद एक सीडी सामने आई थी, जिसमें कथित रूप से मदेरणा को भंवरी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया था। अदालत ने आज सीबीआई को सोहन और शाहबुददीन की आवाज रिकार्ड करने की अनुमति दी ताकि उसे आडियो क्लिप से मिलाया जा सके।
सीबीआई ने कल एक आवेदन दायर करके वीडियो क्लिप की विश्वसनीयता की जांच करने के लिए अदालत की अनुमति मांगी थी। सीबीआई को आज अनुमति मिल गई। सीबीआई के वकील एसएस यादव ने कहा कि अदालत ने सीबीआई को सात दिसंबर को जेल में दो आरोपियों की आवाज रिकार्ड करने की अनुमति दी। भंवरी के अपहरण के बाद शाहबुददीन फरार हो गया था और उसने 22 अक्टूबर को जोधपुर के मेट्रोपोलियन मजिस्ट्रेट के सामने आत्मसमर्पण किया था।
शहाबुददीन की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है और वह मदेरणा परिवार का करीबी रहा है जबकि बलिया उर्फ बलदेव मादक पदाथरें का तस्कर है और शाहबुददीन के लिए काम करता था। उसे छह सितंबर को गिरफ्तार किया गया। सोहन लाल जन स्वास्थ्य और इंजीनियरिंग विभाग में ठेकेदार के तौर पर काम करता था। भंवरी ने उसके जरिए अपनी कार बेची थी और लापता होने से पहले वह कार के पैसे लेने गई थी।
First Published: Saturday, December 3, 2011, 09:24