Last Updated: Saturday, February 2, 2013, 15:31

नई दिल्ली : गुजरात में हुए 2002 के दंगों को लेकर आलोचनाओं का शिकार रही भाजपा ने आज दावा किया कि उसे सुनियोजित षड्यंत्र के तहत बदनाम किया गया है और वह हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच नफरत फैलाने वाली पार्टी नहीं है।
पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने यहां मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों से बातचीत में कहा कि भाजपा का विभाजन और भेदभाव की राजनीति में यकीन नहीं है। उन्होंने उनसे अपील की कि वे ‘भाजपा के बारे में बड़े पैमाने पर फैले इस भ्रम को दूर करने में मदद करें।’ मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों से उन्होंने कहा, ‘हमारे विरोधी दल आरोप लगाते हैं कि भाजपा हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच नफरत फैलाने वाली पार्टी है। मैं आपसे एक अपील करना चाहता हूं। अगर कोई बड़े पैमाने पर फैलाए गए इस भ्रम को दूर कर सकता है तो वह सिर्फ आप लोग कर सकते हैं और यह शुरूआत दिल्ली से होनी चाहिए।’
इस बात पर उन्होंने ज़ोर दिया कि भाजपा की विचारधारा लोगों के बीच विभाजन करने पर आधारित नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हमारी विचारधारा और राजनीतिक विचार सिर्फ यह पैगाम देना चाहते हैं कि हम इंसानों के बीच दुश्मनी पैदा करना नहीं चाहते हैं और हम विभाजन पैदा करके अपनी सरकार नहीं बनाना चाहते हैं।’ पार्टी के नए अध्यक्ष ने कहा, ‘अगर हम सरकार बनाना चाहेंगे तो हम उसे इंसानियत और इंसाफ की बुनियाद पर बनाएंगे।’
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि उसके शासन में कहीं अधिक दंगे हुए हैं। सिंह ने कहा, ‘भाजपा को सुनियोजित षड्यंत्र के तहत लगातार बदनाम किया गया है। आप सबने केन्द्र में हमारी सरकार देखी है, जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। कौन यह कह सकता है कि हमने इंसानों के बीच नफरत पैदा करके राजनीति की है।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 2, 2013, 15:31