Last Updated: Wednesday, November 30, 2011, 09:42
नई दिल्ली : सरकार ने बुधवार को कहा कि इन बातों की कोई पुष्ट खबर नहीं है कि चीन ने इस साल अगस्त और अक्तूबर माह के दौरान भारतीय वायुक्षेत्र का उल्लंघन किया था। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि 25 अगस्त और पिछले माह भारतीय हवाई क्षेत्र में चीनी पक्ष द्वारा घुसपैठ किए जाने की प्रामाणिक रिपोर्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि वास्तविक नियंत्रण के पास के क्षेत्रों पर सैनिकों की नियमित गश्त तथा अन्य उपायों के माध्यम से निगरानी की जाती है।
उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच समान सहमति वाली कोई वास्तविक नियंत्रण रेखा नहीं है। सीमा के साथ साथ कुछ क्षेत्र हैं जहां भारत और चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा अवधारणा अलग-अलग है। दोनों पक्ष अपनी-अपनी अवधारणा के अनुरूप वास्तविक नियंत्रण रेखा तक गश्त लगाते हैं।
एंटनी ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा संबंधी अवधारणा में मतभेद के कारण उल्लंघन की विशिष्ट घटनाओं को हाट लाइन, ध्वज बैठकों, सीमा कार्मिक बैठकों तथा सामान्य राजनयिक चैनलों जैसे स्थापित तंत्रों के माध्यम से चीनी पक्ष के समक्ष उठाया जाता है। उन्होंने कहा कि कहा कि निगरानी और नियमित गश्त के माध्यम से प्रभावी सीमा प्रबंधन किया जाता है।
रक्षा मंत्री से राज्यसभा में संजय राउत ने सवाल किया था कि क्या पिछले माह सात आठ सैनिकों से लैस दो चीनी हेलीकाप्टरों ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के समीप भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की थी और क्या वापस लौटने से पूर्व उपयोग नहीं किए गए बंकरों को नष्ट कर दिया था। रामदास अग्रवाल ने भी 25 अगस्त 2011 को लद्दाख में चीनी हेलीकाप्टरों द्वारा घुसपैठ के बारे में सवाल किया था।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 30, 2011, 17:42