Last Updated: Saturday, June 2, 2012, 11:12
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली : सेना की मजबूत सैन्य खुफिया इकाई संदेह के घेरे में आ गई है। यहां के एक क्लर्क शिवदसान को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को गुप्त ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बीते अप्रैल में पकड़ा गया था। सूत्रों के मुताबिक, इसका खुलासा राजस्व निदेशालय (डीआरआई) ने एक ऑपरेशन के जरिए किया है। ऑपरेशन के दौरान क्लर्क से एक सीडी, पेन ड्राइव और अत्यंत गोपनीय दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, डायरेक्ट्रेट ऑफ रिवेन्यू इंटेलीजेंसी (डीआरआई) को अप्रैल में इसकी जानकारी मिल गई थी। शिवदसान ने दुबई में अपने एक रिश्तेदार से संपर्क कर महत्वपूर्ण और संवेदनशील जानकारी बेचने का ऑफर दिया था। शिवदसान केरल का रहने वाला है। हालांकि सेना में जासूसी होती रही है लेकिन शिवदसान के पास जो जानकारियां थी वो चौंकानी वाली है।
अब तक की जांच के मुताबिक शिवदसान भारतीय सेना के अभियान, सैन्य तैनाती और सेना मुख्यालय के बड़े अफसरों के बीच होने वाली बातचीत तक आईएसआई के हवाले करने वाला था। शिवदसान हाल में गठित तकनीकी सहायता प्रभाग में काम कर रहा था। यह एमआई के तहत आने वाली अति महत्वपूर्ण यूनिट है। इसके मुफिया कर्नल हनी बख्शी हैं। यूनिट की पहुंच में सेना से जुड़ी अत्यन्त महत्वपूर्ण व संवेदनशील जानकारियां रहती है। यह यूनिट हाल ही में गैर कानूनी तरीके से जासूसी करने के चलते विवादों में आई थी।
First Published: Saturday, June 2, 2012, 11:12