Last Updated: Wednesday, May 8, 2013, 23:15

नई दिल्ली : विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने बुधवार को कहा कि सीमा पर उत्पन्न गतिरोध का समाधान करने में भारत और चीन ने काफी परिपक्वता दिखाई। इस गतिरोध के कारण खुर्शीद की 9-10 मई को होने वाली चीन यात्रा पर खतरा पैदा हो गया था।
खुर्शीद ने विदेश मंत्री के रूप में चीन की अपनी पहली यात्रा के मौके पर चीनी पत्रकारों से कहा, `घटना को यथोचित, सीमित और स्थानीय स्तर पर लिया गया। यह बुनियादी समझदारी पिछले कुछ वर्षो के दौरान विकसित हुई है।` नई दिल्ली और बीजिंग के कूटनीतिक माध्यमों और शांतिपूर्ण सैन्य तंत्रों के जरिए विवाद का समाधान करने के बाद तीन सप्ताह से चला आ रहा गतिरोध इस सप्ताह समाप्त हो गया।
खुर्शीद ने भावी चीन-भारत संबंध को लेकर उम्मीद जताई और कहा कि द्विपक्षीय और बहुद्देश्यीय ढांचे में सहयोग के लिए दोनों देशों के पास अपार संभावनाएं हैं। खुर्शीद ने यह भी उम्मीद जताई कि दोनों देश एक दूसरे के यहां निवेश और व्यापार असंतुलन कम कर आर्थिक और व्यापारिक संबंध बढ़ा सकते हैं।
उन्होंने कहा, `यदि चीनी कंपनियां भारत में भारी निवेश करती हैं और हजारों भारतीयों को नियोजित करती हैं तो इससे कूटनीतिक संबंधों को व्यापक प्रोत्साहन मिलने के साथ-साथ लोगों के बीच आपसी संबंध को भी बढ़ावा मिलेगा।` (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 8, 2013, 23:15