भारत निरंतर लोकतंत्र की राह पर अग्रसर: PM - Zee News हिंदी

भारत निरंतर लोकतंत्र की राह पर अग्रसर: PM



ज़ी न्यूज ब्यूरो

नई दिल्ली: भारतीय संसद की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर लोकसभा और राज्यसभा की विशेष बैठकें शुरू हो गई हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में चर्चा की शुरूआत की।  संसद की पहली बैठक के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रविवार को आयोजित विशेष बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि लगातार लोकतंत्र के पथ पर अग्रसर रहने के कारण ही विश्व में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में कहा, विश्व में हमारी प्रतिष्ठा बढ़ने का एक कारण सामाजिक एवं आर्थिक समस्याओं को सुलझाने लिए लोकतंत्र के पथ पर अग्रसर होने की हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता है।

 

उन्होंने कहा, भारत ने लगातार लोकतंत्र में अपनी आस्था बनाए रखी है। हाल के वर्षो में लोगों ने संसदीय, राज्य विधानसभा एवं पंचायत चुनावों में भारी संख्या में मतदान कर अपनी आवाज को सुनने के लिए मजबूर किया है। उन्होंने द्विसदनीय व्यवस्था को न्यायोचित ठहराते हुए उच्च सदन के सदस्यों से अपेक्षित मर्यादा बरकार रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, 21 साल से राज्यसभा का सदस्य होने पर मुझे गर्व है। संसद में बने कानून से जनता को फायदा हुआ है।  पीएम ने कहा, हमें नया अध्याय लिखना है।

 

राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने पहली लोकसभा के सांसद रिशांग किशिंग को बधाई दी।

 

लोकसभा के नेता प्रणब मुखर्जी ने संसद की 60वीं सालगिरह पर चर्चा शुरू की। उन्होंने कहा 60 सालों में बहुत कुछ बदला। 1952 का साल प्रजातंत्र के लिए मील का पत्थर।

 

लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा, भारत एक महान लोकतंत्र है, विपरित विचारधारा के प्रति आदरभाव जरूरी।

 

सोनिया गांधी ने कहा, आम आदमी लोकतंत्र की आत्मा है। लोकतंत्र लगातार मजबूत हो रहा है। हमने अपनी तकदीर खुद बदली। संसद सबसे बड़ी जनता का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने संसद के तमाम कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।

 

शरद यादव ने कहा, संसद अनेकता में एकता का प्रतिरूप है।

 

शाम को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक होगी। इस मौके पर सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक दोनों सदनों की बैठक होने के साथ शाम को राज्यसभा और लोकसभा की केन्द्रीय कक्ष में संयुक्त बैठक भी होगी। दोनों सदनों की बैठकों में ‘भारतीय संसद का 60 साल का सफर’ विषय पर चर्चा हो रही है।

 

संसद की 60वीं वषर्गांठ के अवसर पर पांच और दस रुपए के विशेष सिक्के तथा डाक टिकट
भी जारी होंगे। इन्हें राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल जारी करेंगी। इसके अलावा राष्ट्रपति तीन पुस्तकों का भी लोकार्पण करेंगीं। ये पुस्तकें हैं- ‘सदस्य परिचय: पहली लोकसभा’, ‘लोकसभा के अध्यक्ष’ और ‘लोकसभा के 60 वर्ष : एक विश्लेषण’। लोकसभा सचिवालय ने इन पुस्तकों का प्रकाशन किया है। इन पुस्तकों के अतिरिक्त पांच अन्य पुस्तकें भी जारी होंगी जिनमें संविधान सभा की महिला सदस्यों के चयनित भाषण शामिल हैं।

 

संसद के 60वें वषर्गांठ समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। मशहूर संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा, सितार वादक देबू चौधरी, कर्नाटक शास्त्रीय गायक महाराजापुरम रामचन्द्रन, मशहूर गायिका शुभा मुद्गल और इकबाल खान अपनी कला का जादू बिखेरेंगे। शाम को होने वाली दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार संबोधित करेंगे।

 

इस अवसर पर पहली लोकसभा के सदस्य रह चुके रिशांग कीशिंग और रेशम लाल जांगडे को सम्मानित किया जाएगा। इनके अलावा पहली लोकसभा के सदस्य रहे कमल सिंह के भी हिस्सा लेने की उम्मीद है।

First Published: Sunday, May 13, 2012, 21:24

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