Last Updated: Thursday, December 29, 2011, 15:09
नई दिल्ली : भारत ने पाकिस्तान के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है कि नियंत्रण रेखा से भारी तोपखाने और मोर्टारों को हटा दिया जाए। इस्लामाबाद ने युद्धविराम उल्लंघन का हवाला देकर हथियारों को हटाने का प्रस्ताव दिया था । इसके साथ ही भारत ने इस्लामाबाद से कहा है कि वह परमाणु हथियारों पर कमान और नियंत्रण सहित अपनी परमाणु नीति को स्पष्ट करे।
सूत्रों ने गुरुवार को यहां कहा कि चार वर्षों बाद इस्लामाबाद में परमाणु और पारंपरिक विश्वास बहाली उपायों के तहत हुई दो दिवसीय बैठक में भारत ने पाकिस्तानी अधिकारियों को इससे अवगत करा दिया। वार्ता के दौरान भारत ने पाकिस्तान को परमाणु क्षेत्र में धर्य एवं जवाबदेही के वास्तविक उपाय की आवश्यकता से अवगत कराया और आग्रह किया कि विखंडनीय पदार्थ कटौती संधि (फिसाइल मैटेरियल कट ऑफ ट्रीटी) पर वार्ता करे।
सूत्रों ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के इस प्रस्ताव को स्वीकार करने में असमर्थता दिखाई कि नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम उल्लंघन के मद्देनजर वह भारी तोपखानों को हटाए। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली ऐसे प्रस्तावों पर तब तक गौर नहीं कर सकता जब तक कि नियंत्रण रेखा पर स्थिति नहीं सुधरती।
विदेशा मंत्री एसएम कृष्णा वार्ता में प्रगति की समीक्षा के लिए पाकिस्तान के दौरे पर जाने वाले हैं और दौरे से पहले दोनों पक्ष गृह सचिवों, जल संसाधन सचिवों, रक्षा सचिवों और विदेश सचिवों की बैठक करने को इच्छुक हैं।
परमाणु मामले पर विश्वास बहाली उपायों के संबंध में पर भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया कि परमाणु सिद्धांतों पर विचारों का आदान-प्रदान तभी किया जा सकता है जब नीतियों से संबंधित आधिकारिक दस्तावेज सार्वजनिक हों।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, December 29, 2011, 20:39