Last Updated: Sunday, January 6, 2013, 10:51

नई दिल्ली : भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति मार्कण्डेय काटजू ने आज कहा कि भारत और पाकिस्तान एक सभ्य समाज की कसौटी पर खरे नहीं उतरे हैं क्योंकि दोनों देशों में अल्पसंख्यकों का सम्मान नहीं किया जाता।
काटजू ने कहा, ‘‘हर सभ्य समाज के लिए एक परीक्षा होती है जिसमें यह देखा जाता है कि वह अल्पसंख्यकों के साथ किस तरह पेश आता है। जब तक अल्पसंख्यक गरिमा एवं आदर के साथ न रहें, यह कहा जा सकता है कि यह एक सभ्य समाज नहीं है और इस कसौटी पर भारत और पाकिस्तान खरे नहीं उतरे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अल्पसंख्यकों का सम्मान नहीं किया- 1984 में सिखों के साथ क्या हुआ, 2002 में मुसलमानों के साथ क्या हुआ । कश्मीरी पंडितों के साथ क्या हुआ । पाकिस्तान के हिंदू भारत आ रहे हैं क्योंकि वहां वह गरिमा के साथ नहीं जी पा रहे हैं । न तो ईसाई, अहमदिया और शिया..न तो भारत एक सभ्य समाज है और न ही पाकिस्तान एक स5य समाज है । हम दोनों अपने अल्पसंख्यकों का सम्मान नहीं करते।’’ काटजू पाकिस्तानी वकील अवैस शेख की किताब ‘सरबजीत सिंहः ए केस ऑफ मिसटेकन आइडेंटिटी’ के विमोचन पर आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे शेख ही सरबजीत सिंह के वकील हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 6, 2013, 10:51