`भारी भ्रष्टाचार` के लिए यूपीए सरकार को माफी नहीं : आडवाणी

`भारी भ्रष्टाचार` के लिए यूपीए सरकार को माफी नहीं : आडवाणी

`भारी भ्रष्टाचार` के लिए यूपीए सरकार को माफी नहीं : आडवाणीशिमला : पूर्व उप प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि देश की जनता ‘भारी भ्रष्टाचार’ के लिए संप्रग सरकार को कभी माफ नहीं करेगी और अगले चुनाव में उसे हरा देगी।

हिमाचल प्रदेश के उना जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आडवाणी ने कहा कि बोफोर्स घोटाले के सामने आने के बाद मतदाताओं ने राजीव गांधी के नेतृत्व वाली सरकार तक को नहीं छोड़ा था, जिसके पास 400 से ज्यादा सांसदों का समर्थन था। विपक्ष के नेता ने दावा किया कि मौजूदा सरकार का हश्र भी वैसा ही होगा।

आडवाणी ने कहा, ‘लोग बदलाव को लालायित हैं और इसकी शुरूआत गुजरात और हिमाचल से होगी, जहां भाजपा सरकारें सत्ता में वापसी करेंगी। संप्रग सरकार लोकसभा चुनाव में हारेगी, जो निर्धारित समय से पहले 2013 में हो सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि एक तरफ तो भाजपा के मुख्यमंत्री शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल हैं, जिन्हें सड़क और पानी के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने पर ‘पानीवाला’ और ‘सड़कवाला’ मुख्यमंत्री के तौर पर जाना जाता है और दूसरी तरफ वीरभद्र सिंह हैं, जिनके खाते में कुछ नहीं है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख पर कथित रूप से भ्रष्टाचार में शामिल होकर राज्य की छवि खराब करने का आरोप लगाया।

वीरभद्र को धूमल के साथ खुली बहस की चुनौती देते हुए आडवाणी ने कहा कि प्रमुख मामलों पर जनता के सामने बहस होनी चाहिए, जैसा अमेरिका में होता है, और अगर सिंह उपलब्ध न हों तो विपक्ष की नेता विद्या स्टोक्स बहस में शामिल हो सकती हैं। आडवाणी ने केन्द्र की संप्रग सरकार पर भाजपा के नेतृत्व वाली हिमाचल सरकार के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया और कहा कि राजग सरकार ने राज्य को 2003 से 2013 के लिए 10 साल का औद्योगिक पैकेज दिया था, जिसे संप्रग सरकार ने सत्ता में आने के बाद घटाकर 2007 तक कर दिया।

उन्होंने दावा किया कि राजग सरकार ने आतंकवाद पर कड़ा रूख अपनाया था और जनरल परवेज मुशर्रफ को खाली हाथ लौटा दिया था, जब उन्होंने भारत में आतंकवाद को सहायता और समर्थन न देने पर कोई ठोस वचन देने से इंकार किया था। लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए लोगों से बड़ी संख्या में वोट करने की अपील करते हुए विपक्ष के नेता ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि निरक्षर और कम पढ़े लिखे लोगों का मत प्रतिशत शिक्षित मतदाताओं के मुकाबले अधिक होता है।

उन्होंने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के लिए संप्रग सरकार की गलत नीतियों और भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराया और इसका अंत करने के लिए केन्द्र की कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का आह्वान किया। आडवाणी ने कहा कि भाजपा अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसके रास्ते में आ रही कानूनी बाधाएं जल्द दूर हो जाएंगी।

इस मौके पर आडवाणी ने अनिवार्य मतदान के नियम के साथ ही विधानसभा और संसदीय चुनाव एक साथ कराने की हिमायत की जैसा 1952 में हुआ था और कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए यह कदम जरूरी हैं। (एजेंसी)

First Published: Sunday, October 28, 2012, 23:35

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