Last Updated: Thursday, December 15, 2011, 14:22

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को कहा कि यूरोपीय आर्थिक मंदी के दौर में ब्राजील, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका (बिक्स) जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक वित्तीय स्थिति को स्थिरता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। प्रधानमंत्री रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले रूसी पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। ब्रिक्स सम्मेलन अगले साल मार्च में पहली बार नई दिल्ली में आयोजित होने जा रहा है।
उन्होंने कहा, आर्थिक अनिश्चितता के दौर में, खासकर यूरोपीय संकट के समय में ब्रिक्स अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक स्तर पर आर्थिक एवं वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि समय के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रिक्स की प्रासंगिकता बढ़ी है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष एवं विश्व बैंक में सुधार, व्यापार संरक्षणवाद, दोहा विकास राउंड, सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों की प्राप्ति और बहु-ध्रुवीय, समान तथा लोकतांत्रिक विश्व व्यवस्था पर इन देशों की लगभग समान राय है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ब्रिक्स के एजेंडे में आर्थिक मुद्दे के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा जैसे कई अन्य मुद्दे शामिल हो गए हैं। विश्व राजनीतिक एवं सुरक्षा चुनौतियों का भी सामना कर रहा है, खासकर पश्चिम एशिया में।
उन्होंने कहा कि इन वैश्विक चुनौतियों को देखते हुए ब्रिक्स देशों के लिए यह आवश्यक है कि वे आपस में संवाद करें। उम्मीद की जा रही है कि मास्को में शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रूसी राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव के बीच ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा होगी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 15, 2011, 19:53