Last Updated: Thursday, November 17, 2011, 05:40
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह गुरुवार को चार दिन की इंडोनेशिया और सिंगापुर यात्रा पर रवाना हो गए। उनकी इस यात्रा का मकसद अमेरिका और यूरोप में आर्थिक संकट के दौर में पूर्वी एशिया के साथ भागीदारी को मजबूत करना है।
प्रधानमंत्री इंडोनेशिया के बाली में भारत-आसियान शिखर सम्मेलन और पूर्वी एशिया सम्मेलन में भाग लेंगे। उनका मुख्य ध्यान व्यापार और निवेश बढ़ाने, संपर्क और क्षमता विस्तार के अलावा सुरक्षा संबंधी मसलों पर रहेगा।
इन शिखर बैठकों के दौरान अलग से प्रधानमंत्री की अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा तथा चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी। दो देशों की यात्रा के दूसरे चरण में सिंह द्विपक्षीय यात्रा पर सिंगापुर जाएंगे। रवानगी से पहले प्रधानमंत्री ने एक बयान में कहा, ‘आसियान के साथ भागीदारी हमारी ‘पूर्वोन्मुख’ नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत का समूह के रूप में दक्षिण पूर्व एशिया राष्ट्रों के संघ (आसियान) के साथ संपर्क बढ़ा है। सदस्य देशों के साथ अलग-अलग भी भारत की भागीदारी बढ़ी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘2010-15 के लिए भारत-आसियान कार्रवाई योजना पर सहमति बन चुकी है। मैं आसियान के नेताओं के साथ इसके क्रियान्वयन की समीक्षा करुंगा।’ आसियान के साथ वार्ता के 20 बर्ष पूरे होने के मौके पर भारत अगले साल भारत-आसियान शिखर बैठक का आयोजन करेगा।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, November 17, 2011, 13:45