Last Updated: Monday, October 1, 2012, 23:38

नई दिल्ली : भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने सोमवार को दस्तावेजों के हवाले से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आरोप लगाया कि जब वह 2002 में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष थे, तो उन्होंने बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का यह कहते हुए विरोध किया था कि इससे रोजगार के अवसर खत्म होंगे।
आडवाणी ने अपने ब्लॉग पर ताजा पोस्ट में कहा है कि सिंह ने 21 दिसंबर 2002 को फेडरेशन आफ महाराष्ट्र ट्रेडर्स को पत्र लिखकर कहा था कि बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई का मुद्दा राज्यसभा में दो दिन पहले उठा है।
उन्होंने कहा था कि वित्त मंत्री (तत्कालीन) ने आश्वासन दिया है कि सरकार का खुदरा कारोबार में एफडीआई आमंत्रित करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
भाजपा ने सिंह और कांग्रेस दोनों पर आरोप लगाया कि उन्होंने 2002 में बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई का कडा विरोध किया था लेकिन आज वे अमेरिकी दबाव में अपनी बात से पलट गए हैं और एफडीआई का फैसला किया।
आडवाणी ने मनमोहन सिंह पर अपने आरोप को दोहराते हुए एक अन्य पत्र का हवाला दिया। यह पत्र फडरेशन आफ एसोसिएशन्स आफ महाराष्ट्र की विदेश व्यापार समिति के अध्यक्ष सी.टी. सांघवी ने लिखा था। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 1, 2012, 19:55