मप्र में वायको समर्थकों सहित हिरासत में

मप्र में वायको समर्थकों सहित हिरासत में


भोपाल : श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के मध्य प्रदेश प्रवास का विरोध कर रहे मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके) के प्रमुख वायको और उनके समर्थकों को राज्य की सीमा पर चल रहे उनके धरने के तीसरे दिन शुक्रवार को हिरासत में ले लिया गया।

राजधानी भोपाल और कुछ अन्य स्थानों पर भी कुछ वायको समर्थकों को हिरासत में लिया गया। राज्य के सांची में आज (शुक्रवार को) बौद्ध विश्वविद्यालय की स्थापना और शिलान्यास समारोह में राजपक्षे की हिस्सेदारी का एमडीएमके विरोध कर रही है।

वायको अपने समर्थकों के साथ भोपाल व सांची पहुंचकर राजपक्षे का विरोध करना चाहते थे, मगर उन्हें छिंदवाड़ा जिले के बड़चिचोली में प्रवेश करते ही बुधवार को रोक दिया गया था। उसके बाद से ही वायको अपने समर्थकों के साथ वहां धरने पर बैठ गए थे।

राजपक्षे के शुक्रवार को राज्य के प्रवास पर पहुंचने से पहले ही वायको के धरना स्थल पर सुबह से ही पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया था। वायको के तेवर तीखे थे और उन्होनें अपनी सभा में राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। साथ ही श्रीलंकाई तमिलों पर हो रहे अत्याचार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद पुलिस ने वायको व उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व जिला प्रशासन वायको से धरना तथा विरोध खत्म करने की अपील कर चुके थे मगर वह ऐसा करने को तैयार नहीं हुए। उनका बुधवार से शुरू हुआ धरना शुक्रवार सुबह तक जारी रहा। वहीं वायको समर्थक राजधानी भोपाल व अन्य स्थानों तक पहुंच चुके हैं, कई समर्थकों को तो पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। भोपाल में एक धर्मशाला में वायको समर्थकों का नजरबंद किया गया है।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। भोपाल से लेकर सांची तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। इतना ही नहीं सड़क मार्गो में बदलाव भी किया गया है। सांची व विदिशा में कई रेलगाड़ियों का शुक्रवार को स्टॉपेज स्थगित किया गया है। (एजेंसी)

First Published: Friday, September 21, 2012, 14:13

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