ममता को भरोसे में लेना चाहिए था: मुंडे

ममता को भरोसे में लेना चाहिए था: मुंडे

ममता को भरोसे में लेना चाहिए था: मुंडेठाणे: राष्ट्रपति चुनाव में प्रणव मुखर्जी का नाम आगे कर ममता बनर्जी को अप्रत्यक्ष रूप से अलग थलग कर दिये जाने के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे ने कहा कि मुखर्जी के नाम को आगे बढ़ाने से पहले पार्टी को तृणमूल कांग्रेस प्रमुख को विश्वास में लेना चाहिये था ।

मुंडे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुनते समय कांग्रेस को तृणमूल कांग्रेस को विश्वास में लेना चाहिये था। संप्रग में स्पष्ट रूप से नेतृत्व की कमी है ।’ शिवसेना द्वारा राजग बैठक में नहीं शामिल होने को ज्यादा तूल नहीं देते हुये मुंडे ने कहा कि शिवसेना एक ‘विश्वसनीय सहयोगी’ है । (एजेंसी)

First Published: Monday, June 18, 2012, 08:03

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