Last Updated: Monday, April 8, 2013, 16:37

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह कल दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलकर न्याय मांगेंगी और केन्द्र सरकार की ‘आर्थिक नाकाबंदी’ का विरोध करेंगी।
दिल्ली रवाना होने से पूर्व संवाददाताओं से बातचीत में ममता ने कहा कि मैं न्याय मांगने दिल्ली जा रही हूं। हम एक पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर उनसे (सिंह से) मिलने नहीं जा रहे हैं। मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री हैं। हम यह जानना चाहते हैं कि बंगाल उपेक्षित क्यों है। हम केन्द्र द्वारा आर्थिक नाकेबंदी का भी विरोध करेंगे।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जहां तक प्रदर्शन की बात है तो पश्चिम बंगाल इस समय शीर्ष पर है। उन्होंने कहा कि हम भिखारी नहीं हैं। हम कोई विशेष पैकेज की मांग नहीं कर रहे। हम अपना जायज हिस्सा चाहते हैं। उन्होंने दोहराया कि केन्द्र सरकार कर्ज के ब्याज के तौर पर हर वर्ष 25,000 करोड़ रूपए लेने के अलावा केन्द्रीय करों के रूप में 40,000 करोड़ रूपए ले रही है।
ममता ने कहा कि दो अन्य कर्ज से दबे राज्यों केरल और पंजाब की हालत पश्चिम बंगाल जितनी खराब नहीं है क्योंकि उन्हें कर्ज के ब्याज के तौर पर इतनी भारी भरकम रकम नहीं देनी पड़ती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकारों को अतिरिक्त शक्तियां देने की बजाय केन्द्र सरकार उनसे परामर्श किए बिना ‘एकतरफा’ फैसले कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दिल्ली यात्रा राजनीतिक नहीं है और यह पूरी तरह से राज्य के वित्तीय हालात पर आधारित है। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 8, 2013, 16:37