Last Updated: Tuesday, May 22, 2012, 09:17
नई दिल्ली: सरकार ने आज कहा कि मरीन मामले पर इटली की तरफ से कोई दबाव नहीं है। भारत के दो मछुआरों की कथित हत्या के मामले में इटली के दो मरीन को केरल में हिरासत में रखे जाने के बारे में इटली के प्रधानमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से फोन पर बात किए जाने के करीब एक सप्ताह बाद सरकार ने यह बात कही।
विदेश मंत्री एस एम कृष्णा से पूछा गया कि क्या मरीन मामले पर इटली की तरफ से कोई दबाव है तो उन्होंने कहा, बिलकुल नहीं।’ यह टिप्पणी दोनो देशों में बढ़ते राजनयिक खिंचाव की पृष्ठभूमि में आई है। इस मामले पर बातचीत के लिए भारत में इटली के राजदूत को वापस बुलाया जा चुका है और रोम स्थित विदेश मंत्रालय ने वहां भारत के राजदूत देवब्रत साहा को बुलाकर बातचीत की।
मामले में दोनो मरीन को जमानत नहीं दिए जाने के बारे में पूछने पर कृष्णा ने कहा, ‘न्यायिक प्रक्रिया जारी है और भारत सरकार इस प्रक्रिया में कभी दखल नहीं देती।’
इटली के प्रधानमंत्री मारिओ मोंटी ने प्रधानमंत्री सिंह से बात करके उनके देश के दो मरीन लातोर मासीमिलानो और साल्वातोर गिरोने को हिरासत में रखे जाने पर चिंता जताई। इन दोनो पर हत्या के आरोप हैं और केरल की एक अदालत ने पिछले सप्ताह इन्हें जमानत देने से इंकार कर दिया। इन दोनो को गत 19 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। ज्ञात घटनाक्रम के दौरान यह दोनो एनरिका लेक्सी नामक पोत पर सवार थे और इन्होंने केरल के तट की तरफ दो मछुआरों को समुद्री डाकू समझकर गोली मार दी थी।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 22, 2012, 14:47