Last Updated: Tuesday, November 22, 2011, 15:26
नई दिल्ली : महंगाई के बारे में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के विचारों पर आश्चर्य जताते हुए भाजपा ने मंगलवार को कहा कि वित्त मंत्री ने महंगाई को कम करने के लिए कोई उपाय नहीं सुझाए हैं और अगर यही रवैया रहा तो महंगाई का मुद्दा हिंसा का कारण बन सकता है।
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने आज संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि आज वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी महंगाई पर स्वत: संज्ञान लेते हुए संसद में बयान देने वाले थे,लेकिन सदन की कार्यवाही स्थगित होने के कारण बयान नहीं आ सका। उन्होंने कहा कि भाजपा को आश्चर्य हुआ कि वित्त मंत्री को संसद के पहले दिन महंगाई पर सफाई देने की क्या जरूरत पड़ गई। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के 11 पन्नों के बयान को पूरी तरह गौर से पढ़ने के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि वित्त मंत्री ने आम जनता को त्रस्त करने वाली इस समस्या से निदान का एक भी उपाय नहीं सुझाया है।
सिन्हा ने कहा कि संसद के पिछले सत्र में महंगाई पर हुई चर्चा बेनतीजा रही और तीन महीने बाद भी सरकार का रुख गंभीर नहीं है और वह किंकर्तव्यविमूढ़ है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार का यही रवैया रहा तो विपक्ष तो नाउम्मीद होगा ही साथ ही देश की जनता भी निराश हो जाएगी और जाहिर है लोगों का गुस्सा निकलेगा। अगर सरकार महंगाई के मुद्दे पर सोती रही तो यह मुद्दा हिंसा का कारण बन सकता है। सिन्हा ने कहा कि वित्त मंत्री ने अपने बयान में मार्च 2012 के अंत में महंगाई दर 6 से 7 प्रतिशत तक पहुंचने की प्रतिबद्धता जताई है। यानी देश की जनता को अगले 4-5 महीने तक महंगाई से निजात नहीं मिलने वाली है दूसरी ओर, सरकार का यह आकलन किसी उपाय के आधार पर नहीं बल्कि पिछले साल के रुझानों के आधार पर किया गया है।
प्रणब के बयान में आंकड़ों का जाल बिछा होने की बात करते हुए सिन्हा ने कहा कि उनके बयान से लगता है कि वह आर्थिक तरक्की का हवाला देते हुए महंगाई को जायज ठहराते हैं। उन्होंने कहा कि अगर आपको (सरकार को) पता था कि आर्थिक विकास के कारण महंगाई बढ़ेगी तो आपने उसे रोकने के क्या उपाय किए। सिन्हा ने कहा कि जब तक सरकार महंगाई को राष्ट्रीय समस्या नहीं मानेगी और उसे रोकने के उपाय नहीं करेगी तब तक इस बहस का कोई फायदा नहीं।
उन्होंने प्रणब मुखर्जी के बयान में की गई एक भी टिप्पणी से इत्तेफाक नहीं जताया। उन्होंने वैश्विक आर्थिक संकट के भारत में असर होने के तर्क को खारिज करते हुए कहा कि देश की केवल 20 प्रतिशत अर्थव्यवस्था अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित है इसलिए वैश्विक मंदी का भारत के परिप्रेक्ष्य में कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के उत्तर प्रदेश के लोगों के संबंध में आज फिर से दिए गए बयान पर सिन्हा ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता उन्हें इसका जवाब देगी।
राहुल ने उत्तर प्रदेश के फूलपुर में प्रदेश के लोगों के दूसरे राज्यो में भीख मांगने संबंधी हाल के अपने विवादस्पद बयान को सही ठहराते हुए आज बाराबंकी में कहा कि जब वह उत्तर प्रदेश के लोगों के दूसरे राज्यों में जाकर भीख मांगने की बात कहते हैं तो उसका हर तरफ विरोध होता है लेकिन यह एक कड़वी सच्चाई है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 22, 2011, 20:56