Last Updated: Friday, August 30, 2013, 21:59
छोटा उदयपुर (गुजरात): गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘माताओं और बहनों’ की सुरक्षा को भारतीय समाज के समक्ष एक बड़ा मुद्दा बताते हुए कहा कि यदि महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस करती हैं तो भारतीय पुरषों को स्वयं को ‘मर्द’ कहने का कोई अधिकार नहीं है।
मोदी ने नवनिर्मित जिला छोटा उदयपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि सीता और सावित्री के देश में, माताओं और पुत्रियों की सुरक्षा भारतीय समाज में एक बड़ा सवाल है। उन्होंने नवगठित जिले के लिए स्वयं को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मैं कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन मैं पुरषों से पूछना चाहता हूं कि हमारी मौजूदगी के बावजूद हमारी बहनें शांतिपूर्ण जीवन क्यों नहीं जी पा रही हैं। ऐसा क्यों है हमारी बहनें घर में अकेली क्यों नहीं रह पातीं।
उन्होंने कहा कि यदि ऐसा है तो हमें स्वयं को पुरष कहलाने का कोई अधिकार नहीं है। हमें अपने को मर्द कहने का भी कोई अधिकार नहीं है। हमें शर्म से डूब मरना चाहिए। भाजपा के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष मोदी ने यद्यपि हाल की घटनाओं जैसे मुम्बई सामूहिक बलात्कार और आसाराम के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बारे में कोई उल्लेख नहीं किया।
मोदी ने यद्यपि उन लोगों का उपहास उड़ाया जो लोग इन घटनाओं के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराते हैं। उन्होंने कहा, ‘दूषित मानसिकता वाले कुछ पुरुष ऐसे कृत्यों के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराते हैं। महिलाओं का कोई दोष नहीं है, दोष पुरुषों के दूषित दिमाग में है। समाज को ऐसी दूषित मानसिकता के खिलाफ लड़ना होगा। ’ (एजेंसी)
First Published: Friday, August 30, 2013, 21:59