Last Updated: Tuesday, June 11, 2013, 11:00

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजनीतिक दलों से माओवादियों के खतरे से निबटने के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठने का अनुरोध किया। सोनिया ने आरोप लगाया कि माओवादी आदिवासियों के लिए लड़ने के ‘झूठे दावे’ करते हैं।
उन्होंने साथ ही जोर देकर कहा कि एक स्पष्ट संकेत दिया जाना चाहिए कि हमारा विश्वास है कि माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में राजनीतिक बातचीत और विकास संबंधी कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों, विकास एजेंसियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते वक्त जनता को विश्वास दिलाना चाहिए कि आदिवासियों के अधिकारों को पूरी तरह से संरक्षण दिया जाएगा और अतीत के न्यायों को दूर किया जाएगा।
सोनिया ने नक्सल मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक में अपने संबोधन में कहा कि हमें स्पष्ट संकेत देना चाहिए कि हम एकजुट हैं और माओवाद के खतरे से सभी वैधानिक तरीकों से निबटने के लिए एकजुट रहेंगे। यह बैठक ऐसे समय हुई है जबकि बस्तर में 25 मई को कांग्रेसी नेताओं पर माओवादियों ने हमला किया था जिसमें तीन कांग्रेसी नेताओं सहित 27 लोग मारे गए थे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 11, 2013, 11:00