Last Updated: Monday, October 3, 2011, 03:25
नई दिल्ली: माना जा रहा है कि गरीबी रेखा के मानक बदलने को लेकर योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया और केंद्रीय ग्रामीण मंत्री जयराम रमेश के बीच सहमति बन चुकी है.
सोमवार को दोपहर तीन बजे दोनों प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे जिसमें ये पता चल जाएगा गरीबी की बदली हुई परिभाषा क्या है.
गरीबी रेखा के निर्धारण पर सुप्रीमकोर्ट में दाखिल हलफनामें से उपजे विवाद को कम करने की कवायद के तहत योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया सोमवार को इस मामले में सरकार के रूख पर स्पष्टीकरण देंगे.
माना जा रहा है कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के दखल के बाद योजना आयोग अपने हलफनामे में बदलाव ला सकता है. अहलूवालिया अमेरिका, फ्रांस और चीन की 10 दिनों की यात्रा से शनिवार को ही वापस लौटे हैं. योजना आयोग के सूत्रों ने बताया कि उपाध्यक्ष इस मामले में सरकार का रूख स्पष्ट करने को तैयार हैं.
सुप्रीम कोर्ट में पेश हलफनामें में सरकार ने शहरी क्षेत्रों में 32 रूपए और ग्रामीण क्षेत्रों में 26 रूपए प्रतिदिन कमाने वाले को गरीबी रेखा से ऊपर माना था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने निर्धारित की गई 32 और 26 रूपए की सीमा में योजना आयोग से बदलाव लाने को कहा है. एनएसी की सदस्य अरूणा राय और हर्ष मंदर भी साफ कह चुके हैं कि आयोग को इस पर विचार करना चाहिए अन्यथा आयोग उपाध्यक्ष इस्तीफा दे दें.
गरीबी रेखा का निर्धारण नए सिरे से करने पर उठे विवाद के सिलसिले में योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने रविवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की.
First Published: Monday, October 3, 2011, 15:54