Last Updated: Tuesday, June 5, 2012, 01:51
नई दिल्ली : कृषि आधारित भारत की दस खरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था की कुंजी दक्षिण पश्चिम मानसून अपनी राह में है और उसके बुधवार को केरल में दस्तक देने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने यहां बताया कि मानसून जल्द ही आने वाला है। केरल के हिस्सों में आज सुबह से ही बारिश हो रही है। हम केरल में मानूसन के बुधवार तक पहुंचने की घोषणा कर सकते हैं।
केरल में आमतौर पर एक जून तक मानसून की बारिश शुरू हो जाती है लेकिन राठौड़ ने कहा कि चिंता की बात नहीं है क्योंकि मौसमी बारिश की प्रक्रिया पूर्वानुमानों की सीमा के भीतर है जिसमें चार दिनों का आगे पीछे होता है। इस साल के मानसून की विशेषता पश्चिमी तट पर इसकी धीमी प्रगति होगी जिससे तटीय केरल में अच्छी खासी बारिश होगी जबकि प्रायद्वीपीय क्षेत्र उपेक्षाकृत सूखे रहेंगे। वर्तमान विश्लेषण मध्य और उत्तरी केरल में अच्छी वष्रा जबकि तिरूवंनतपुरम में मामूली बारिश होता दिखाते हैं।
मौसमविज्ञानियों ने मानसून के आने में देरी की वजह मवार तूफान बताई है। यह तूफान फिलीपीन के पार पश्चिमी प्रशांत महासागर में सक्रिय था और इसने खुद को उर्जा देने के लिए उसने आद्रता और जल तरंगों को सोख डाला। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 5, 2012, 01:51