Last Updated: Thursday, December 6, 2012, 20:53

नई दिल्ली : सरकार ने गुरुवार को कहा कि बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मुद्दे पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सरकार के समर्थन में खड़े होने के लिये बसपा प्रमुख मायावती के साथ कोई ‘डील’ नहीं हुई।
संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने आज यहां एक न्यूरज चैनल के कार्यक्रम में इस संबंध में पूछे गए सवाल पर कहा कि मायावती के साथ हमारी कोई सौदेबाजी (डील) नहीं हुई है। मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि हमारा समझाने का तरीका अच्छा है और उनकी (मायावती की) समझ अच्छी है।
बहुजन समाज पार्टी ने राज्यसभा में खुदरा एफडीआई मुद्दे पर बहस के दौरान सरकार के समर्थन में मत देने का फैसला किया है। बसपा ने लोकसभा में भी सदन से बहिर्गमन कर परोक्ष रुप से सरकार का साथ दिया। समाजवादी पार्टी के सदस्य भी खुदरा एफडीआई का विरोध करते हुए सदन से बाहर चले गए। इससे सरकार को इस मुद्दे पर विपक्ष के प्रस्तावा को पराजित करने में मदद मिली।
कमलनाथ ने कहा कि मैंने सभी दलों से कहा कि एफडीआई के मुद्दे पर जो बहस हो रही है, इस बहस का क्या मतलब है। बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई की जो मंजूरी दी गई है, उसमें राज्यों को अधिकार है कि उनकी अनुमति के बिना कोई भी विदेशी कंपनी उस राज्य में स्टोर नहीं खोल सकती, फिर इसमें बहस का क्या मतलब है, यह बहस केवल राजनीति के लिए हो रही है। बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दिये जाने के विरोध में लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाए गए प्रस्ताव को सरकार 218 मतों के मुकाबले 253 मतों से पराजित करने में सफल रही। अब राज्यसभा में इस पर बहस चल रही है, जहां कल मतदान होगा। ऐसे में बसपा के सरकार के समर्थन में खड़े होने से काफी सहारा मिलेगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 6, 2012, 20:53