मालेगांव ब्लास्ट में इंदौर से पहली गिरफ्तारी

मालेगांव ब्लास्ट में इंदौर से पहली गिरफ्तारी

नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मालेगांव बम विस्फोट मामले में आज पहली गिरफ्तारी की। यह घटना 2006 में हुई थी। 2011 में स्वामी असीमानंद की गिरफ्तारी के बाद दक्षिणपंथी समूहों की भूमिका इस मामले में होने की जानकारी मिली थी।

एनआईए के अधिकारियों ने मोहन नामक एक शख्स को पकड़ा है, जिसपर सांप्रदायिक रूप से काफी संवेदनशील महाराष्ट्र के मालेगांव में 8 सितंबर 2006 को विस्फोटक रख आपराधिक साजिश रचने का आरोप है। विस्फोट की इस घटना में 35 लोग मारे गए थे। अधिकारियों ने बताया कि मोहन को मध्य प्रदेश में इंदौर जिले के हतोड़ इलाके से गिरफ्तार किया गया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जाया जा रहा है, जहां उसे अदालत में पेश किया जाएगा।

एनआईए को राजेश चौधरी से पूछताछ के बाद मोहन के बारे में पता चला। चौधरी समझौता एक्सप्रेस विस्फोट मामले में कथित रूप से विस्फोटक रखने वाला व्यक्ति था। उसके मालेगांव विस्फोट में भी शामिल होने का संदेह है। मालेगांव विस्फोट मामले में मोहन का पकड़ा जाना इस मामले में पहली गिरफ्तारी है। इससे मुंबई पुलिस की आतंकवाद रोधी इकाई और केन्द्रीय जांच ब्यूरो को असहज स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, जिन्होंने घटना के बाद नौ मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार कर लिया था। (एजेंसी)

First Published: Saturday, December 29, 2012, 18:58

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