Last Updated: Tuesday, July 10, 2012, 22:25

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
बैंगलुरु: केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने महंगाई पर सरकार का बचाव करते हुए कहा है कि सरकार हर चीज को मध्यम वर्ग के नजरिए से नहीं देख सकते। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्यों लोग चावल पर एक रुपए प्रति किलो का ज्यादा खर्च सहन नहीं कर सकते, लेकिन आइसक्रीम पर 15 रुपए आसानी से खर्च कर देते हैं।
कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा कि यूपीए सरकार ने शुरू में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने माना कि पिछले दो-तीन साल सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार देश को इस कठिन दौर से निकाल ले जाएगी।
मध्यमवर्गीय नजरिए पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग पानी की बोतलों पर 15 रुपए खर्च कर देते हैं, आइसक्रीम पर दिल खोलकर खर्च करने में उन्हें कोई तकलीफ नहीं होती, लेकिन गेहूं की कीमत में एक रुपए भी बढ़ोतरी हो जाए तो उनके बर्दाश्त के बाहर हो जाती है।
बीजेपी ने चिदंबरम के इस बयान को आड़े हाथों लिया है। भाजपा ने गृह मंत्री पी चिदंबरम की उनके इस बयान के लिए कड़ी भर्त्सना की है जिसमें कहा गया है कि मध्य वर्ग मिनरल वाटर और आईसक्रीम की कीमत चुकाने के लिए तैयार है लेकिन गेहूं और चावल के दाम में एक रूपए की बढ़ोतरी को वहन करने को नहीं।
पार्टी प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि श्रीमान चिदंबरम ने मध्य वर्ग का उपहास उड़ाने के लिए यह निंदात्मक टिप्पणी की है। यह एक घृणात्मक टिप्पणी है जो इस सरकार के आंतरिक अंतर्विरोध को दर्शाती है।’
उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार आवश्यक वस्तुओं के दाम को काबू कर पाने में असमर्थ है लेकिन दूसरी ओर उससे परेशान असहाय मध्य वर्ग को निशाना बना कर उसे अपमानित भी कर रही है।
रूडी ने कहा कि चिदंबरम का बयान आम आदमी की परेशानी के प्रति उनकी संवदेनहीनता का भी द्योतक है। पार्टी के अन्य प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि चिदंबरम आम आदमी के दर्द को समझ पाने में अक्षम हैं, क्योंकि वह खुद को एयर कंडीशन कमरों में सीमित किए हुए हैं।
First Published: Tuesday, July 10, 2012, 22:25