Last Updated: Monday, March 5, 2012, 09:33
नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना का एक मिराज-2000 लड़ाकू विमान राजस्थान में सवाई माधोपुर जिले के एक गांव में सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान ग्वालियर के वायु केन्द्र से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ। पिछले 11 दिनों में यह दूसरा मिराज विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। वायुसेना अधिकारियों ने बताया कि पायलट सुरक्षित ढंग से बाहर निकल आए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यह विमान जयपुर से 100 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में सवाई माधोपुर के बामन बास गांव में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। विमान ग्वालियर से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। उन्होंने बताया कि वायुसेना और सेना के दल दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। पायलट की चोटों का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विमान नियमित उड़ान भर रहा था। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट आफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया गया है। प्रतिरक्षा सूत्रों के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त मिराज के सुरक्षित दोनों पायलट को उपचार के लिए जयपुर लाया गया है। उन्होंने बताया कि मिराज दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए ‘कोर्ट आफ एंक्वायरी’ के आदेश दिये गये हैं। सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए हैं।
सवाई माधोपुर के पुलिस अधीक्षक अंशुमान सिंह ने कहा कि पुलिस दल को दुर्घटनास्थल पर रवाना कर दिया गया। पता चला है कि विमान पहाड़ी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। इस वर्ष भारतीय वायुसेना का तीसरा विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।
चेन्नई में 30 जनवरी को एक किरन एमके द्वितीय प्रशिक्षण विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। दूसरा विमान मिराज 2000 मध्य प्रदेश में ग्वालियर के पास भिंड में 24 फरवरी को दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। मौजूदा वित्त वर्ष में विमान दुर्घटना की यह आठवीं घटना है। इसमें से अधिकतर मिग 21 श्रृंखला के विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए थे। वायुसेना ग्वालियर के महाराजपुरा वायु केन्द्र से 51 मिराज विमानों के बेड़े का परिचालन करती है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, March 5, 2012, 19:32