Last Updated: Friday, June 28, 2013, 20:15

नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे की उस टिप्पणी को निशाने पर लिया है कि उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में लगभग आठ करोड़ रुपये खर्च किए थे। यह राशि चुनाव में खर्च की आयोग की निर्धारित सीमा से बहुत ज्यादा है। चुनाव आयोग ने मुंडे की ओर से गुरुवार को मुंबई में दिए गए बयान के तथ्यों की छानबीन शुरू कर दी है और कहा है कि तथ्यों को जांचने के बाद वह कानून के मुताबिक उचित कार्रवाई करेगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपथ की अध्यक्षता में आज हुई चुनाव आयोग की पूर्ण बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई और तय किया गया कि आगे कार्रवाई शुरू करने से पहले मुंडे के भाषण की सीडी और उसका लिप्यंतरण (ट्रांसक्रिप्ट) हासिल किया जाए। मुंडे के बयान पर किसी तरह की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर चुनाव आयेग के एक अधिकारी ने कहा कि हमने भी इस तरह की रिपोर्ट देखी है। आयोग इस बारे में तथ्यों का पता लगाने की प्रक्रिया में है। तथ्यों की छानबीन करने के बाद वह कानून के तहत उचित कार्रवाई करेगा।
बीड से सांसद और लोकसभा में भाजपा के उप नेता मुंडे ने कल मुंबई में दावा किया था कि उनके 2009 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान आठ करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई थी। मुंडे विनय सहस्रबुद्धे की पुस्तक ‘बियोंड ए बिलियन बैलट्स’ के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 28, 2013, 20:15