Last Updated: Friday, December 14, 2012, 21:45

नई दिल्ली: पाकिस्तानी सेना द्वारा करगिल युद्ध के शहीद कैप्टन सौरभ कालिया को यातना दिए जाने को लेकर चर्चा के बीच पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने शुक्रवार को कहा कि नहीं मालूम की कैप्टन कालिया की मृत्यु पाकिस्तानी गोली से हुई या मौसम से।
उच्चतम न्यायालय ने इससे पहले करगिल युद्ध के शहीद कैप्टन कालिया के पिता एन के कालिया की याचिका पर केंद्र से जवाब मांगा। इस याचिका में उन्होंने न्यायालय से सरकार को यह निर्देश देने की मांग की है कि वह उनके बेटे को यातना दिए जाने के मुद्दे को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में उठाए। कैप्टन सौरभ कालिया का क्षत-विक्षत शव 1999 के करगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना को सौंपा गया था।
मलिक ने यहां पहुंचने पर संवाददाताओं से कहा कि मैंने मामले की पड़ताल नहीं की है। यह अभी मेरे संज्ञान में आया है। मैं उस लड़के, उस सैनिक के पिता से मिलकर बेहद खुश होउंगा और उनसे हाथ मिलाउंगा तथा यह जानना चाहूंगा कि वाकई क्या हुआ था। मलिक ने कहा कि खासतौर पर जब सीमा पर लड़ाई चल रही हो तो हम वाकई नहीं जानते कि उनकी मृत्यु पाकिस्तान की ओर से दागी गई गोली के लगने से हुई या मौसम के कारण हुई चौथी जाट रेजीमेंट के कैप्टन कालिया ने उस पहले दल का नेतृत्व किया था जिसने पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा करगिल सेक्टर में घुसपैठ की जानकारी दी थी। टोह लेने के दौरान 15 मई 1999 को उन्हें तथा पांच अन्य को पकड़ लिया गया था। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 14, 2012, 21:45