मुलायम के आतंकवादियों से संबंध रहे हैं : बेनी

मुलायम के आतंकवादियों से संबंध रहे हैं : बेनी

मुलायम के आतंकवादियों से संबंध रहे हैं : बेनीनई दिल्ली : केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा एक बार फिर विवादों में फंस गये हैं। इस बार उन्होंने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बारे में विवादास्पद टिप्पणी करते हुए आरोप लगाया कि उनके आतंकवादियों से संबंध रहे हैं। इस मुद्दे पर सपा सदस्यों ने आज संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा किया, जिस पर सरकार को विवादास्पद टिप्पणी की निन्दा कर खेद प्रकट करना पडा। इस्पात मंत्री के इस कथित बयान पर कि सभी मुस्लिम आतंकवादी हैं, सपा सदस्यों ने आज लोकसभा और राज्यसभा में आसन के सामने आकर जमकर नारेबाजी की। उन्होंने वर्मा से माफी मांगने और इस्तीफा देने को कहा।

लोकसभा में वर्मा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है इसलिए माफी मांगने का प्रश्न ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि इस बात का सबूत कहां है कि ‘‘मैंने ऐसी बात कही है। मैंने आतंकवाद को किसी धर्म से नहीं जोडा।’’ सपा सदस्यों की नारेबाजी के बीच वर्मा ने यह कहा कि ‘‘मेरे लिए आतंकवाद का कोई धर्म नहीं है, कोई रंग नहीं है। बाबरी मस्जिद को गिराया जाना और गोधरा बाद के दंगे भी आतंकवादी घटनाएं हैं।’’ उन्होंने कहा कि मुलायम ने उन लोगों से हाथ मिलाया, जिन्होंने बाबरी मस्जिद ढहायी जैसे कल्याण सिंह। उनकी (मुलायम की) पार्टी ने गुजरात में भी भाजपा को जिताने में मदद की।

इससे लोकसभा में नये सिरे से हंगामा शुरू हो गया। कुल तीन बार कार्यवाही स्थगित हुई और अंतत: करीब सवा तीन बजे दिन भर के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पडी। राज्यसभा में भी एक बार के स्थगन के बाद बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी। नाराज मुलायम ने कहा कि या तो उन्हें जेल भेज दिया जाए या फिर मंत्री को बख्रास्त किया जाए। संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने वर्मा की टिप्पणी के लिए खेद प्रकट किया। सपा प्रमुख को समझाने बुझाने की कोशिश में कमलनाथ ने कहा कि यादव कोई साधारण सदस्य नहीं हैं। वह अपनी पार्टी के नेता हैं।

उन्होंने कहा कि वह मुलायम की भावनाओं का सम्मान करते हैं। मंत्री ( बेनी) ने जो बयान दिया है, उस पर उन्हें खेद है। इस प्रकार के आरोप और बयान नहीं होने चाहिए। सवाल यह नहीं है कि आप सत्ता पक्ष के सदस्य हैं या विपक्ष के। हम सब मिलकर इसकी निन्दा करते हैं।

कमलनाथ ने कहा कि अब सदन में कामकाज के सिर्फ चार दिन बचे हैं। आपराधिक कानून संशोधन विधेयक पारित किया जाना है इसलिए सदस्यों को सहयोग करना चाहिए और सदन की बैठक सुचारू रूप से चलने देना चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री ने जब यह खेद व्यक्त किया तो वर्मा उस वक्त सदन में मौजूद नहीं थे।

इससे पहले मुलायम ने कहा, ‘‘मुझे आतंकवादी कहा गया है। जब तक मंत्री बख्रास्त नहीं होते, हम शांति से नहीं बैठेंगे .. यदि ये साबित होता है कि मैं आतंकवादी हूं तो मुझे जेल भेजा जाए या फिर उन्हें (वर्मा) बर्खास्त किया जाए।’’ शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए सपा के शैलेन्द्र कुमार ने मांग की कि वर्मा को तत्काल माफी मांगनी चाहिए। राज्यसभा में यह मामला भोजनावकाश के बाद सपा के नरेश अग्रवाल ने उठाया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सदन में आकर बयान देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि बेनी प्रसाद वर्मा का बयान अशोभनीय है इसलिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। अग्रवाल और राम गोपाल यादव के साथ सपा के बाकी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के सामने आ गये जिसके बाद सदन की बैठक दोपहर तीन बजे तक के लिए स्थगित की गयी। उसके बाद बैठक शुरू होने पर हंगामा जारी रहा तो कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। (एजेंसी)

First Published: Monday, March 18, 2013, 16:32

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