Last Updated: Friday, December 16, 2011, 03:37
अहमदाबाद: निलंबित आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट ने गुरुवार को अनुरोध किया कि वर्ष 2002 दंगों से संबंधित मामले में न्यायिक प्रक्रिया को कथित रूप से कमजोर करने के मामले में उनसे, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद, मोदी और पूर्व डीजीपी आर बी श्रीकुमार से नानावती आयोग के समक्ष संयुक्त रूप से बयान दर्ज किए जाएं।
भट्ट ने दो सदस्यीय न्यायिक आयोग को दिए पत्र में कहा कि आयोग के समक्ष मेरे बयान दर्ज कराने के अलावा श्रीकुमार का नवीनतम हलफनामे में स्पष्ट रुप से वर्ष 2002 से संबंधित मामलों की न्यायिक प्रक्रिया को कमजोर करने में नरेंद्र मोदी की सीधी भूमिका का स्पष्ट उल्लेख किया गया है।'
संजीव भट्ट ने इस वर्ष मई महीने में आयोग के समक्ष दिए गए अपने बयान में आरोप लगाया था कि मोदी ने सामाजिक कार्यकर्ता मल्लिका साराभाई की ओर से दंगे के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका मामले में न्यायिक सुनवायी को कमजोर करने के प्रयास किए थे।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 16, 2011, 15:25