Last Updated: Friday, July 13, 2012, 19:41

नई दिल्ली: विपक्ष समर्थित राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पी ए संगमा ने शुक्रवार को कहा कि उनके मुकाबले में आने से चुनाव काफी गंभीर हो गया है ।
राष्ट्रपति पद का चुनाव लडने के लिए राकांपा से इस्तीफा देने वाले संगमा के नाम का प्रस्ताव पहले पहल तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने किया था । वह सांसदों और विधायकों से ‘ आत्मा की आवाज पर वोट देने ’ की अपील कर रहे हैं । साथ ही आम आदमी से अपील की है कि वे अपने विधायकों और सांसदों को इस बात के लिए राजी करें कि उनका साथ संगमा को मिले ।
संगमा ने मीडिया में आयी उन खबरों पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें कहा गया है कि प्रणव मुखर्जी प्रचार कर रहे हैं जबकि संगमा वोटों की भीख मांग रहे हैं । संगमा ने कहा कि वह वोटों की भीख नहीं मांग रहे हैं । उनकी निर्वाचक मंडल में पूरी आस्था है ।
पैंसठ वर्षीय संगमा भाजपा की दिल्ली इकाई के मुख्यालय पर संवाददाताओं से मुखातिब थे । वह यहां राष्ट्रपति चुनावों के लिए पार्टी के विधायकों का समर्थन मांगने आये थे । कांग्रेस ने 2012 के राष्ट्रपति चुनाव को बहुत हल्के में लिया था, जैसा वह आम तौर पर करती है । वह यहां तक कह रही है कि मुकाबला सांकेतिक होगा ।
संगमा ने दावा किया, ‘ लेकिन अब मुकाबले में मेरे आ जाने से यह गंभीर चुनाव बन रहा है । यह चुनाव देश की आत्मा की आवाज का गवाह बनेगा । भारत की आत्मा की आवाज है और 19 जुलाई को यह बात एक बार फिर साबित होनी है । ’
(एजेंसी)
First Published: Friday, July 13, 2012, 19:41