Last Updated: Tuesday, January 31, 2012, 11:18

नई दिल्ली : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मंगलवार को उन खबरों को खारिज कर दिया, जिनमें उनके सहयोगियों द्वारा कहा गया था कि पुणे में उनके चिकित्सक द्वारा दी गई एंटीबायोटिक्स के विपरीत प्रभाव के कारण उनकी सेहत बिगड़ी। अन्ना ने यहां एक बयान में कहा, इस तरह की खबरें आई हैं कि मुझे जरूरत से ज्यादा या गैरजरूरी दवाएं दी गईं। मैं नहीं समझता कि मुझे गलत इरादे से दवाएं दी गईं। अन्ना ने कहा है, हो सकता है मेरा शरीर उन्हें बर्दाश्त न कर पाया हो।
ज्ञात हो कि अन्ना (74) को मुम्बई में अनशन तोड़ने के बाद दिसम्बर के अंत में पुणे में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, क्योंकि उनके सीने में संक्रमण हो गया था। उनके सहयोगियों के अनुसार अन्ना को दी गई एंटीबायोटिक्स के विपरीत प्रभाव सामने आए।
पुणे के संचेती अस्पताल से आठ जनवरी को छुट्टी होने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें कम से कम एक महीने आराम की सलाह दी थी।
अन्ना ने कहा कि पुणे के उनके चिकित्सक कांतिलाल संचेती पिछले 25 वर्षो से उनके मित्र हैं और यह कहना गलत है कि उन्हें पद्मविभूषण अन्ना का इलाज करने के कारण मिला।
अन्ना ने कहा, उन्हें 40 वर्षो से अधिक समय तक समाज की सेवा करने के लिए सम्मानित किया गया है।
अन्ना के प्रमुख सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने भी संचेती का समर्थन किया और उन मीडिया रिपोर्टों को हास्यास्पद बताया जिनमें कहा गया है कि उन्हें डॉक्टर संचेती के इरादे पर शक है। केजरीवाल ने एक बयान में कहा, मैंने उनकी क्षमताओं पर कभी सवाल खड़े नहीं किए।
केजरीवाल ने कहा, मेरे ही अनुरोध पर संचेती अन्ना को रालेगण सिद्धि से इलाज के लिए पुणे लाए थे। अन्ना फिलहाल ठीक हैं और जल्द ही वह जनता के बीच होंगे।
ज्ञात हो कि अन्ना मेदांता अस्पताल में एक चिकित्सकीय जांच के लिए 29 जनवरी को नई दिल्ली पहुंचे थे। उनके सीने में सूजन और दर्द की शिकायत थी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 31, 2012, 16:48