मोदी को `तथ्यों के साथ फर्जी मुठभेड़` करने की क्या जरूरत: चिदंबरम । Narendra Modi staging ‘fake encounter with facts’: Chidambaram

मोदी को `तथ्यों के साथ फर्जी मुठभेड़` करने की क्या जरूरत: चिदंबरम

मोदी को `तथ्यों के साथ फर्जी मुठभेड़` करने की क्या जरूरत: चिदंबरमनई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘तथ्यों के साथ फर्जी मुठभेड़’ का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार के दौरान 8.4 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर का उनका दावा सच्चाई से कोसों दूर है।

उन्होंने यहां एक बयान में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार के छह साल (1998-99 से 2003-04) का औसत 6.0 प्रतिशत था और उस सरकार के पिछले पांच वर्ष (1999-2000 से 2003-04) का औसत 5.9 प्रतिशत था।

उन्होंने कहा कि इसके उलट कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के पहले कार्यकाल में औसत वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत रही जबकि संप्रग के दूसरे कार्यकाल में पहले चार साल का औसतन 7.3 प्रतिशत रही। चिदंबरम ने वाजपेयी नीत राजग सरकार के छह साल के दौरान दर्ज वृद्धि दर के बारे में कहा कि 20001-02 और 2002-3 ये दो वर्ष 21वीं सदी की शुरुआत के बाद के दौ सबसे खराब वर्ष रहे। वित्त वर्ष 2000-01 में आर्थिक वृद्धि 4.3 प्रतिशत और 2002-03 में 4 प्रतिशत थी।

चिदंबरम का यह बयान मोदी के इस कथित दावे की प्रतिक्रिया है, जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा था कि वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत थी। वित्त मंत्री ने कहा कि तथ्यों के साथ इससे बड़ा खिलवाड़ नहीं हो सकता, मुझे समझ में नहीं आता कि नरेंद्र मोदी को तथ्यों के साथ फर्जी मुठभेड़ करने की क्या जरूरत है। तथ्यों को छुपाया नहीं जा सकता।

उन्होंने कहा कि यदि वृद्धि का कोई स्वर्णिम काल था तो वह था संप्रग का पहला कार्यकाल। (एजेंसी)

First Published: Monday, September 23, 2013, 14:48

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