Last Updated: Wednesday, January 2, 2013, 14:43
अहमदाबाद : सुप्रीम कोर्ट के गुजरात में लोकायुक्त की नियुक्ति को बरकरार रखने के बाद न्यायूमर्ति (सेवानिवृत्त) आरए मेहता ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का रवैया उनके काम करने के तरीके में आड़े नहीं आएगा।
मेहता ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि मुझे नहीं लगता कि मोदी सरकार का रवैया लोकायुक्त के लिए चुनौती होगा। उच्चतम न्यायालय ने गुजरात में लोकायुक्त की नियुक्ति को आज बरकरार रखते हुए राज्य सरकार की याचिका को खारिज कर दिया। राज्य सरकार ने उससे सलाह मशविरा किये बगैर मेहता को लोकायुक्त नियुक्त करने के राज्यपाल डाक्टर कमला बेनीवाल के फैसले को इस याचिका में चुनौती दी थी।
मेहता ने कहा कि यह उच्चतम न्यायालय की जीत है। इस पर कोई विवाद नहीं है कि हमें गुजरात में लोकायुक्त की जरूरत है और यहां तक कि सरकार ने भी इसे स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश की सिफारिशें हमेशा अराजनीतिक होती हैं। यह मामला लंबित था इसलिए मैंने इस मुद्दे पर मीडिया से कभी बात नहीं की और मुझे अब भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है।
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय में कभी अपना जवाब दायर क्यों नहीं किया, मेहता ने कहा कि मैं निष्पक्ष हूं मैं इसका ना तो समर्थन कर रहा था और ना ही इसके विरोध में था। पद संभालने संबंधी सवाल पर मेहता ने कहा कि मुझे कुछ नहीं कहना है। हो सकता है कि सरकार राजपत्र में इसे अधिसूचित करे, मुझे नहीं पता है। गुजरात की राज्यपाल ने नरेंद्र मोदी नीत भाजपा सरकार को नजरअंदाज करते हुए सात साल से खाली लोकायुक्त के पद पर अगस्त 2011 में न्यायमूर्ति आरए मेहता को नियुक्त किया था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 2, 2013, 14:43