Last Updated: Thursday, February 16, 2012, 13:11
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सरकार बनाने में समर्थन देने संबंधी सपा नेता मुलायम सिंह यादव की पेशकश और राहुल गांधी की ओर से उसे ठुकराए जाने को ड्रामा बताते हुए भाजपा ने गुरुवार को कहा कि अगर राहुल में हिम्मत है तो वह केन्द्र में सपा का समर्थन ठुकराने की घोषणा करें।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने यहां कांग्रेस महासचिव को ललकारते हुए कहा, राहुल में अगर इतनी ही हिम्मत है तो वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहें कि वह संप्रग सरकार को समर्थन देने वाली मुलायम सिंह और बसपा नेता मायावती की चिट्ठियों को वापस करने की राष्ट्रपति से सिफारिश करें।
उन्होंने राहुल को तेवरों को दिखावटी बताते हुए कहा, दिल्ली में प्यार और लखनउ में तकरार नहीं चलेगी। मुलायम सिंह ने बुधवार को उत्तर प्रदेश में एक चुनावी सभा में कहा था कि उनकी पार्टी प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को समर्थन दे सकती है, जिसे राहुल ने ठुकरा दिया था। मुलायम ने हालांकि बाद में अपने बयान का खंडन कर दिया था।
राहुल द्वारा एक चुनावी सभा में सपा के चुनावी वादों की प्रति फाड़े जाने की घटना की निंदा करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा करना भारतीय लोकतंत्र के मानदंडों और शिष्टाचार के विपरीत है।
उन्होंने कहा कि सपा या किसी अन्य दल द्वारा उसके चुनावी वायदे पूरे नहीं करने पर इतना गुस्सा दिखाने से पहले कांग्रेस महासचिव इस बात का जवाब दें कि संप्रग ने अपने दो बार के शासन में कितने वायदों को पूरा किया।
उन्होंने कहा कि 2009 के लोकसभा चुनाव में मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वायदा किया था कि सत्ता में आने के 100 दिन के भीतर मंहगाई समाप्त कर दी जाएगी और भ्रष्टाचार से मजबूती से निपटा जाएगा, जबकि इनमें से किसी वायदे को पूरा नहीं किया गया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 16, 2012, 18:41